Lagatar Team Ranchi: हजारीबाग जिला में एक उरीमारी थाना क्षेत्र है. इस थाना क्षेत्र में दो कोल माइंस हैं, जिसका नाम न्यू बिरसा और ओल्ड बिरसा है. इस साल इन दोनों माइंस से अवैध कोयला कारोबार का रिकॉर्ड टूट गया. कोयला चोरी नहीं बल्कि दिन दहाड़े माइंस के भीतर डंपर ले जाकर कोयला लोड किया जा रहा है और सीधे रामगढ़ के कुजू स्थित फैक्टरी में पहुंचाया जा रहा है. किसी भी इलाके में अवैध कोयला कारोबार तभी चल सकता है कि जिला स्तर के अफसर का समर्थन हो, लेकिन न्यू बिरसा व ओल्ड बिरसा माइंस से हो रही अवैध कोयला कारोबार में सीसीएल के अफसरों की भी मंजूरी की बात कही जा रही है. सूत्रों के मुताबिक हर दिन 30-35 डंपर अवैध कोयला रामगढ़-कुजू की फैक्टरी तक पहुंच रहा है.
इलाके में पदास्थापित एक पुलिस पदाधिकारी ने दावा किया है कि रामगढ़ जिला के दो फैक्टरी मालिक की करतूतें इस इलाके में केंद्रीय जांच एजेंसी को आमंत्रित करने के लिए काफी है. यह बात पुलिस के सीनियर अफसरों को शायद बाद में समझ में आए. फैक्टरी मालिक तो बच जाएंगे, लेकिन अगर अफसर फंसे तो कैरियर चौपट होगा. इन दोनों कोल माइंस से अवैध कोयला कारोबार ने क्षेत्र में नक्सलियों को भी आमंत्रित किया है. गत 20 मार्च को नक्सलियों ने न्यू बिरसा कोल डीपो में पहुंच कर फायरिं की थी. फायरिंग की इस घटना में एक सीसीएलकर्मी भी घायल हुआ था.
बहरहाल, हजारीबाग और रामगढ़ जिला में अवैध कोयले का कारोबार बेरोक-टोक जारी है. गोला क्षेत्र में बजरंग, बरकासयाल में पतरातू निवासी प्रवीण साव और रामगढ़ क्षेत्र में विनोद व बुंदेला नामक व्यक्ति अवैध कोयला उत्खनन कर फैक्टरियों तक पहुंचाने का काम कर रहा है. यहां तक कि चतरा के टंडवा स्थित आम्रपाली कोल माइंस से भी अवैध कोयला रामगढ़ की फैक्टरियों में पहुंच रहा है.
अब तक आपने पढ़ा