क्या है मामला
रूपा तिर्की की तीन मई को संदिग्ध परिस्थिति में मौत हुई थी. उनका शव साहिबगंज स्थित उनके सरकारी क्वार्टर में फंदे से लटकता मिला था. इस मामले में पहले यूडी केस दर्ज हुआ था. बाद में साहिबगंज के बोरियो थाने में नौ मई 2021 को आरोपित दारोगा शिव कुमार कनौजिया पर खुदकुशी के लिए प्रेरित करने की धारा में प्राथमिकी दर्ज की गई थी.हाईकोर्ट ने दिया था सीबीआई जांच का आदेश
हाईकोर्ट ने एक सितंबर 2021 को जो आदेश दिया था, उसमें बताया था कि प्रारंभिक रिपोर्ट से यह स्पष्ट है कि इसमें कई मामले संदेहास्पद हैं. रूपा तिर्की की मौत के बाद उनका बिसरा सुरक्षित नहीं रखा जाना, शरीर पर पांच स्थानों पर जख्म होना, रूपा के परिजनों को प्रलोभन दिया जाना, पेट्रोल पंप देने तक देने की बात कहा जाना संदेह पैदा करता है. इसी आधार पर हाईकोर्ट ने सीबीआइ को मामले की जांच कर सच्चाई उजागर करने का आदेश दिया था. इसे भी पढ़ें – बिहार">https://lagatar.in/bihar-in-madhepura-a-woman-was-stripped-naked-and-beaten-up-with-a-hot-rod-in-a-panchayat-filled/">बिहार: मधेपुरा में महिला को भरी पंचायत में दबंगों ने निर्वस्त्र कर गर्म रॉड से पीटा [wpse_comments_template]