आईटीआई बस स्टैंड – खराब हालात, लगा है कचरों अंबार

Ranchi :  राजधानी में चार बस स्टैंड हैं. खादगढ़ा बस स्टैंड, सरकारी बस स्टैंड, धुर्वा बस स्टैंड और आईटीआई बस स्टैंड. आईटीआई बस स्टैंड से झारखंड के गुमला, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, पलामू व चतरा जिला के लिए बसें खुलती हैं. हर दिन करीब 200 बसें इस बस स्टैंड में यात्रियों को लेकर आती है और जाती है. आईटीआई बस स्टैंड से पहली बस सुबह 4:20 बजे पर और अंतिम बस रात के 10:00 बजे खुलती है.सरकार को इस बस स्टैंड से लाखों रुपये का राजस्व मिलता है. लेकिन बस स्टैंड की स्थिति खराब है. रोज हजारों लोग यहां से अपनी यात्रा की शुरुआत करते हैं, लेकिन उनके बैठने तक के लिए जगह नहीं है. ना पानी की व्यवस्था है और साफ-सुथरी शौचालय की. ना ही बस स्टैंड में कोई पूछताछ काउंटर है. आईटीआई बस स्टैंड में यात्रियों के लिए एक ही प्रतिक्षालय है, जहां यात्री बैठकर बस का इंतजार करते हैं. लेकिन प्रतिक्षालय का बेंच टूटा हुआ है. फर्श पर गड्ढे हैं. चारों तरफ गंदगी का अंबार है. आईटीआई बस स्टैंड में हमने देखा कि चारों तरफ जहां-तहां कचरा फेंका हुआ है, जिसकी सफाई कई दिनों से नहीं हुई थी. स्टैंड में दुकानदारों ने बताया कि साफ-सफाई कब हुआ है, यह याद तक नहीं है अब. स्टैंड की जमीन में बड़े-बड़े गड्ढ़े हैं. जब बारिश होती है तो गड्ढों में पानी भर जाता है. बसों के आने-जाने के कारण पूरे स्टैंड परिसर की जमीन पर कीचड़ भर जाता है.आईटीआई बस स्टैंड में ऑटो और दो पहिया वाहनों के लिए कोई स्टैंड नहीं है. इस कारण बाहर से आने वाले यात्रियों को दिक्कत होती है. ऑटो या अन्य दुपहिया वाहन रोड पर ही खड़े होकर यात्रियों को उठाते हैं. इस कारण बस स्टैंड के पास हमेशा जाम लगा रहता है.