जमशेदपुर : मॉड्यूलर टॉयलेट में डूब गए नगर निकायों के लाखों रुपये

Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : जमशेदपुर में जगह-जगह नगर निकायों द्वारा लगाए गए मॉड्यूलर टॉयलेट कबाड़ बन गए हैं. इन टॉयलेट में नगर निकायों के लाखों रुपये डूब गए हैं. नगर निकायों द्वारा लगभग 50 लाख रुपये खर्च कर शहर भर में मॉड्यूलर टॉयलेट लगाए गए थे. लेकिन यह मॉड्यूलर टॉयलेट प्रयोग में नहीं आया. इन मॉड्यूलर टॉयलेट में पानी की व्यवस्था नहीं की गई थी. साफ-सफाई भी नहीं हो रही थी. ज्यादातर समय मॉड्यूलर टॉयलेट में ताला लटका रहता था. वहीं, अब लोग इसकी खिड़की-दरवाजे भी नोच ले गए हैं. यह टॉयलेट पूरी तरह जर्जर और बेकार हो चुका है. विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार को उन अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जिन्होंने इन मॉड्यूलर टॉयलेट पर लाखों रुपये बर्बाद किए हैं. इसे भी पढ़े : सरायकेला">https://lagatar.in/seraikela-sdpos-body-guard-dies-in-road-accident/">सरायकेला

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4 साल में बर्बाद हो गए टॉयलेट

स्वच्छता सर्वेक्षण में अच्छा अंक लाने के मकसद से इन मॉड्यूलर शौचालयों को जमशेदपुर में साल 2018 में लगाया गया था. यह टॉयलट मानगो, जुगसलाई और जमशेदपुर शहरी इलाके में लगाए गए थे. मॉड्यूलर टॉयलेट जिस दिन लगाए गए थे, उसी दिन से इसमें ताला लगाया दिया गया था. जिस दिन दिल्ली की स्वच्छता की टीम जांच करने जमशेदपुर पहुंची उस दिन मॉड्यूलर टॉयलेट को खोला गया. दिल्ली की टीम ने देखा कि सभी मॉड्यूलर टॉयलेट चमाचम हैं, इसके चलते स्वच्छता के नंबर नगर निकायों को मिले. वहीं, टीम के जाते ही इस पर वापस ताला लगा दिया गया. लोग मॉड्यूलर टॉयलेट का इस्तेमाल नहीं कर पाए. इसे भी पढ़े : आदित्यपुर">https://lagatar.in/adityapur-all-three-accused-of-firing-case-in-custody-police-are-interrogating/">आदित्यपुर

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गंदगी के चलते नहीं कर पाता था कोई इसका इस्तेमाल 

साकची में शीतला मंदिर के पास मॉड्यूलर टॉयलेट को काफी दिन बाद मीडिया के दबाव बनाने पर खोला गया. लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं होने से यह गंदा हो गया था. इसका प्रयोग करना संभव नहीं था. वहीं, एमजीएम अस्पताल के ठीक सामने जो मॉड्यूलर टॉयलेट लगाया गया था, वह नाले के उस पार लगाया गया था. नाला इतना चौड़ा था कि युवक तो उस पार जा सकते थे. लेकिन महिलाएं और बुजुर्ग ‌नाला पार कर टॉयलेट तक नहीं पहुंच पाते थे. यही नहीं, टॉयलेट की गंदगी के चलते कोई इसका इस्तेमाल नहीं कर पाता था. फिर कुछ दिन बाद टॉयलेट में ताला लगा दिया गया. इसे भी पढ़े : जमशेदपुर">https://lagatar.in/jamshedpur-the-condition-of-criminal-uday-chaudhary-deteriorated-after-being-shot/">जमशेदपुर

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साफ-सफाई का नहीं हुआ था टेंडर

स्वच्छता विशेषज्ञों का कहना है कि नगर निकायों को इन मॉड्यूलर टॉयलेट की सफाई और इनमें पानी भरने का इंतजाम करना चाहिए था. इसके लिए किसी एजेंसी का चुनाव होना चाहिए था, जो सुबह-शाम इन मॉड्यूलर टॉयलेट में पानी भरते और साफ-सफाई करते. टॉयलेट साफ सुथरे रहते तो जनता को इसका फायदा मिलता. विदित हो कि जेएनएसी में 18, मानगो में 7 व जुगसलाई में 5 मॉड्यूलर टॉयलेट लगाए गए हैं. इसे भी पढ़े : किरीबुरू">https://lagatar.in/kiriburu-computer-training-being-given-to-unemployed-youths-under-csr/">किरीबुरू

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