alt="" width="600" height="400" /> कार्यकारी अध्यक्ष सुजीत तिग्गा ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य झारखंड के लोगों के बीच आत्मिक जागृति फैलाना और विश्वास को और अधिक गहरा करना है. मुख्य संरक्षक व JCYA के अध्यक्ष एलविन लड़का ने कहा, रांची में यह आयोजन लगभग एक दशक बाद हो रहा है. लोगों की भागीदारी दर्शा रही है कि आज भी विश्वास की लौ जीवित है. महोत्सव के मुख्य वक्ता अपोस्टल अंकित सजवान ने पहले दिन विशेष प्रार्थना की, जिसमें हजारों लोगों ने शांति, चंगाई और आत्मिक अनुभव की कामना की. महोत्सव में प्रदीप मड़की, दीपक लकड़ा, कृष्णा महतो, रोहित केरकेट्टा, राहुल, शशि टूटी, जेवियर भेंगरा, हितेश पन्ना, रंजन बेक, संदीप उरांव और अरुण नगेसिया शामिल हुए. इसे भी पढ़े : ">https://lagatar.in/cwc-meeting-kharge-said-modi-governments-policy-on-pahalgam-attack-is-not-clear/">
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