alt="" width="300" height="135" /> खदान की रेलवे ट्रैक जाम कर बैठे ग्रामीण.[/caption]
खदान के सीजीएम और अन्य अधिकारियों ने आंदोलनकारियों से की वार्ता
[caption id="attachment_205279" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="135" /> झारखंड श्रमिक संघ के नेताओं को लिखित आश्वासन देते सीजीएम बीके गिरि.[/caption] आंदोलन स्थल पर गुवा खदान के सीजीएम बीके गिरी अन्य अधिकारियों और सीआईएसएफ के उप कमांडेंट व थाना प्रभारी अनिल कुमार यादव के साथ पहुंच आंदोलनकारियों से वार्ता कर आंदोलन को खत्म करने का प्रयास किया. घंटों चली वार्ता और लिखित आश्वासन के बाद सुबह लगभग आठ बजे आंदोलनकारियों ने आंदोलन समाप्त कर दिया. हालांकि सेल की गुवा प्रबंधन इन आंदोलनकारियों के आंदोलन को पहले से ही हल्के में ले रही थी. उन्हें ऐसा अंदाजा नहीं था कि वे कड़ाके की ठंड 4 डिग्री न्यूनतम तापमान में रेलवे ट्रैक जाम कर सेलकर्मियों को भी ड्यूटी जाने से रोक देंगे. इस आंदोलन को धार देने के लिए अखिल झारखंड श्रमिक संघ के कोल्हान प्रभारी राजू सांडिल, जिलाध्यक्ष मोहन लाल चौबे, सारंडा पीढ़ के मानकी लागुड़ा देवगम समेत विभिन्न गांवों के मानकी-मुंडा, डकुवा आदि भी आंदोलन स्थल के लिए रवाना हो गए थे, लेकिन उससे पहले ही आंदोलन समाप्त हो गया.
तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर स्थानीय को नौकरी देने की मांग
[caption id="attachment_205283" align="aligncenter" width="300"]alt="" width="300" height="135" /> खदान की बस से ड्यूटी करने जा रहे कर्मचारियों को आंदोलनकारियों ने रोका.[/caption] अखिल झारखंड श्रमिक संघ की मुख्य मांगों में गुवा खदान के तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के रिक्त पदों पर खदान से प्रभावित आसपास के गांवों व स्थानीय शिक्षित बेरोजगार युवक-युवतियों को विशेष प्राथमिकता के साथ नौकरी प्रदान करना, सप्लाई में भी प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को नौकरी देना, सीएसआर योजना के तहत गांवों का सर्वांगीण विकास, सेल की गुवा अस्पताल में ग्रामीणों को बेहतर चिकित्सा व दवा आदि की निःशुल्क सुविधा उपलब्ध कराना शामिल है. सेल द्वारा संचालित डीएवी जैसी स्कूल जो सीएसआर योजना से संचालित है, उसमें गांव के गरीब बच्चों को मुफ्त गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने समेत अन्य मांगें शामिल हैं. गुवा के सीजीएम बीके गिरी द्वारा शेख समीर को दिए गए लिखित पत्र में कहा गया है कि आंदोलनकारियों की सभी मांगों पर गुवा प्रबंधन विचार करने और वार्ता के लिए तैयार है. इसे भी पढ़ें : भारत">https://lagatar.in/omicron-spreading-rapidly-in-india-the-number-of-patients-increased-to-153-the-situation-in-maharashtra-is-uncontrollable/">भारत
में तेजी से फैल रहा ओमिक्रॉन, मरीजों की संख्या हुई 153, महाराष्ट्र में हालात बेकाबू [wpse_comments_template]