रिम्स में पहुंचा ही नहीं कोविड जांच करने वाला कर्मचारी, महज 50 लोगों का हुआ सैंपल कलेक्ट

Ranchi : कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच लोगों में जांच को लेकर आपाधापी मचा हुआ है. जिस किसी को भी कोरोना का लक्षण दिख रहा है तो वो जांच के लिए रिम्स पहुंच रहे हैं. लेकिन यहां अव्यवस्था लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे लोगों ने कहा कि ट्रॉमा सेंटर में जांच के लिए सुबह से लाइन लगाया है. लेकिन जांच नहीं हो पा रहा है. इसे भी पढ़ें - रांची">https://english.lagatar.in/59-ventilators-in-ranchi-sadar-hospital-but-no-expert-for-running/46142/">रांची

सदर अस्पताल में 59 वेंटिलेटर लेकिन चलाने वाला कोई एक्सपर्ट ही नहीं

मात्र 50 लोगों का रैपिड एंटीजेन टेस्ट से लिया गया सैंपल

कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच रांची के विभिन्न इलाके के लोग कोविड जांच के लिए रिम्स पहुंच रहे हैं. यहां पहुंचने वाले लोगों में मात्र 50 लोगों का ही रैपिड एंटीजेन टेस्ट के माध्यम से सैंपल लिया गया. लोगों ने बताया कि आरटी-पीसीआर जांच करने वाला कर्मचारी आया ही नहीं, जिससे जांच नहीं हो सकी.

केस स्टडी

खेलगांव से आए राजेश कुमार ने कहा कि सुबह 9 बजे से ही आया हुआ हूं. काफी मशक्कत के बाद पंजीकरण तो हो गया, लेकिन जांच नहीं हुआ है. बुखार लगने के कारण कोविड टेस्ट के लिए रिम्स ट्रॉमा सेंटर पहुंचा, लेकिन जांच नहीं हुआ. [caption id="attachment_46175" align="aligncenter" width="600"]https://english.lagatar.in/wp-content/uploads/2021/04/stuident.jpg"

alt="रिम्स में पहुंचा ही नहीं कोविड जांच करने वाला कर्मचारी, महज 50 लोगों का हुआ सैंपल कलेक्ट" width="600" height="400" /> कोरोना जांच नहीं होने के कारण लौटते मेटास एडवांटिस्ट कॉलेज के सेकंड इयर के नर्सिंग स्टूडेंट्स[/caption] कुछ ऐसी ही परेशानियों का सामना हरमूके रहने वाले मधेश्वर सिंह को करना पड़ा. अपनी पत्नी उर्मिला देवी का जांच करवाना है. उर्मिला के आंखों का ऑपरेशन होना है. ऐसे में कोविड जांच रिपोर्ट जरूरी है, लेकिन सुबह 9:00 बजे आने के बाद भी जांच नहीं हो पाया. बूटी मोड़ से आये सौरभ गुप्ता ने कहा कि बीआईटी मेसरा में पढ़ाई कर रहा हूं. एग्जाम में कोविड जांच रिपोर्ट जमा करना है, लेकिन जांच नहीं हुआ है.

करीब 12 छात्र बगैर जांच के लौटे

रांची के बूटी रोड स्थित मेटास एडवांटिस्ट संस्थान के करीब 12  छात्र भी ट्रॉमा सेंटर से बगैर जांच के ही लौट गये. छात्रों से पूछे जाने पर मालूम चला कि 15 अप्रैल से नर्सिंग सेकंड ईयर का परीक्षा है. इसके लिए कोविड जांच रिपोर्ट जरूरी है. लेकिन घंटों खड़ा होने के बावजूद भी जांच नहीं हुआ. इसलिए अब लौटना पड़ रहा है. https://english.lagatar.in/twitter-war-in-nishikant-dubey-and-irrfan-ansari-outsiders-telling-each-other/46116/