Ranchi : लगातार. इन के खबर का एक बार फिर बड़ा असर हुआ है. हमने सबसे पहले सदर अस्पताल की दहलीज पर हजारीबाग के पावन गुप्ता की मौत के मामले को उजागर किया था. हमने वीडियो के माध्यम से भी दिखाया था कि कैसे स्वास्थ्य मंत्री के निरीक्षण के दौरान मृतक की बेटी अस्पताल के चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगा रही थी. साथ ही मृतक के परिजन स्वास्थ्य मंत्री को भला-बुरा भी कह रहे थे. घटना के बाद स्वास्थ्य मंत्री ने जांच का आदेश दिया है. उन्होंने सिविल सर्जन रांची को जांच का आदेश दिया है.
48 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट मांगी
स्वास्थ्य मंत्री ने घटना की जांच कर 48 घंटे के अंदर जांच रिपोर्ट सिविल सर्जन रांची से मांगी हैं. उन्होंने पूछा है कि परिस्थितियों में किसकी लापरवाही के कारण उक्त मरीज की मौत हुई है. इस घटना के संबंध में प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि कोरोना काल में झारखंड की जनता की सेहत की चिंता उन्हें हैं, इसलिए मुझे पिछले बार कोरोना हुआ था. लेकिन इसकी परवाह किए बिना आज मैं कोरोना मरीजों से मिलने कोरोना वार्ड गया, उनसे मिले, सुखदुख साझा किया, भले मुझे फिर से कोरोना हो जाये, लेकिन मुझे तनिक परवाह नहीं, मुझे राज्य की जनता के जानमाल की चिंता हैं, तभी चुनाव छोड़कर जनता की सेवा के लिए आया हूं.
मौत की घटना बेहद दुखद
मंगलवार को निरीक्षण के दौरान एक महिला मेरे पास आई और रोने लगी. मैंने कारण पूछा तो बताई कि पिता की मृत्यु हो गई है. इस दुखद घटना ने मुझे झकझोर कर रख दिया है. मैंने सिविल सर्जन को निर्देश दिया है कि दोषियों को चिह्नित करते हुए मामले का जांच कर 48 घंटे में रिपोर्ट दे.