ASHISH TAGORE Latehar: प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन जेजेएमपी के तीन सक्रिय उग्रवादियों ने गुरुवार को सरकार की आत्मसमर्पण व पुनर्वास नीति नयी दिशा से प्रभावित हो कर सरेंडर कर दिया है. पुलिस मुख्यालय में आयोजित एक सादे समारोह में इन उग्रवादियों ने पुलिस अधीक्षक कुमार गौरव एवं सीआरपीएफ 11 वीं बटालियन के कमांडेंट यादराम बुनकर के समक्ष आत्मसमर्पण किया. आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों में तुलसी गंझू उर्फ विशाल जी (50), पलेंद्र भोक्ता उर्फ अजीत जी (28) व प्रमोद गंझू (31) का नाम शामिल है. पुलिस अधीक्षक व कमाडेंट ने उन्हें समाज की मुख्यधारा पर लौटने पर बुके व शॉल भेंट कर स्वागत किया. एसपी गौरव ने कहा कि आत्मसमर्पण करने वाले तीनों उग्रवादियों को सरकार के प्रावधानों के अनुसार सभी लाभ दिये जायेंगे. उन्होंने कहा कि तीनों पूर्व में टीएसपीसी उग्रवादी संगठन के सदस्य रह चुके हैं. कहा कि पिछले कई वर्षों से पांच लाख रुपये के इनामी लवलेश गंझू उर्फ लवलेश जी एव दस लाख रुपये के इनामी पप्पू लोहरा के साथ जेेजेएमपी उग्रवादी संगठन में रह कर लातेहार, चंदवा, बालुमाथ व हेरहंज क्षेत्र में सक्रिय और कई अपराधिक घटनाओं में शामिल रहे हैं. कमाडेंट बुनकर ने अन्य उग्रवादी व नक्सलियों से आत्मसमपर्ण करने की अपील की. कहा कि अगर वे आत्मसमपर्ण नहीं करते हैं पुलिस की गोली के शिकार होंगे. तीनों उग्रवादियों का आपराधिक इतिहास तुलसी गंझू उर्फ विशाल जी पर हेरहंज, लातेहार, चंदवा, बालुमाथ पर कुल पांच मामले दर्ज हैं. जबकि पलेंद्र गंझू हेरहंज, लातेहार व चंदवा व बालुमाथ थाना क्षेत्र में पांच मामले तथा प्रमोद गंझू पर हेरहंज, लातेहार, चंदवा में एक-एक मामले दर्ज हैं. इन मामलों में अधिकांश जानलेवा हमला करने, अवैध रूप से एकत्रित हो कर लोगों को जान से मार देने की धमकी देने, लेवी वसूलन व कैंप लगा कर हथियार जमा करने का आरोप है. इसे भी पढ़ें-आतंकियों">https://lagatar.in/time-has-come-to-destroy-the-remaining-land-of-terrorists-modi/">आतंकियों
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