फिजिकल कोर्ट के लिए वकीलों ने किया प्रदर्शन, कहा - नहीं मिल रहा एसोसिएशन का साथ

Ranchi : फिजिकल कोर्ट की मांग को लेकर वकीलों का रोष अब आंदोलन का रूप ले चुका है. क्योंकि 8 महीने से कोर्ट के ऑनलाइन चलने की वजह से कई वकीलों के सामने आर्थिक संकट है. जिससे परेशान होकर वकीलों ने अपनी बात रखी है. और रांची सिविल कोर्ट के कई अधिवक्ताओं ने कोर्ट के मुख्य गेट के सामने ही शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. इस दौरान वर्चुअल कोर्ट की व्यवस्था में बदलाव की मांग की गयी. साथ ही वकीलों ने अपना दर्द भी साझा किया. वकीलों ने जिला बार एसोसिएशन पर इसपर उनका साथ नहीं देने का आरोप लगाया. मंगलवार की शाम रांची जिला बार एसोसिएशन ने अध्यक्ष के नाम एक संदेश जारी किया था.जिसमें कहा गया था कि आज होने वाला विरोध एसोसिएशन का कार्यक्रम नहीं है. इसके बावजूद कई वकीलों ने फिजिकल कोर्ट की मांग को लेकर अपनी आवाज बुलंद की. इसे भी पढ़ें - प्रणब">https://lagatar.in/in-pranab-mukherjees-book-advised-to-pm-modi-should-listen-to-voice-of-opposition-the-presidential-years-hit-the-market/15601/">प्रणब

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प्रदर्शन कर रहा वकीलों ने सुनाया दर्द

रांची सिविल कोर्ट के वकील अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि वर्चुअल कोर्ट वैकल्पिक व्यवस्था है. पिछले 8 महीनों से रांची समेत राज्यभर में कोर्ट की कार्यवाही ऑनलाइन चल रही है. रेगुलर कोर्ट नहीं चलने से सिविल और क्रिमिनल मामलों में ट्रॉयल काफी समय से रुका हुआ है. [caption id="attachment_15662" align="aligncenter" width="600"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/vakil.jpg"

alt="फिजिकल कोर्ट के लिए वकीलों ने किया प्रदर्शन, कहा - नहीं मिल रहा एसोसिएशन का साथ" width="600" height="400" /> रांची के सिविल कोर्ट के बाहर फिजिकल कोर्ट शुरू करने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन करते वकील[/caption] वहीं वकील अशोक मिश्रा ने कहा कि ऑनलाइन व्यवस्था में सभी वकीलों का काम नहीं हो रहा है. मौजूदा व्यवस्था को बदलकर कोर्ट को वापस फिजिकल किया जाये. दिल्ली समेत देश के कई राज्यों में रेगुलर कोर्ट शुरू कर दिया गया है. लेकिन रांची में अभी भी वर्चुअल कोर्ट ही चल रहा है. रांची सिविल कोर्ट के वकीलों के मुताबिक, फिजिकल कोर्ट पर एसोसिएशन का साथ उन्हें नहीं मिल रहा है. जिससे वकील खुद को काफी अकेला महसूस कर रहे हैं. और जल्द फिजिकल कोर्ट नहीं शुरू होने की स्थिति में उग्र आंदोलन की बात कह रहे हैं. इसे भी पढ़ें - क्या">https://lagatar.in/do-you-also-tell-your-wife-that-what-do-you-do-while-staying-at-home-so-read-this-order-of-the-supreme-court/15614/">क्या

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