कोरोना काल में लूट : 500 मीटर जाने के लिए हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल ने एंबुलेंस के लिए वसूले 2500 रुपये

Ranchi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आपदा को अवसर में बदलने की बात कही थी. पीएम मोदी की बातों का मतलब हेल्थ प्वाइंट अस्पताल ने दूसरे तरीके से ही ले लिया. अस्पताल ने महज 500 मीटर की दूरी को तय करने के लिए हेल्थ प्वाइंट प्रबंधन ने एंबुलेंस का चार्ज 2500 रुपए वसूले.

दरअसल रांची के अपर बाजार महावीर चौक के रहने वाले अंकित को हाई फीवर और खांसी थी. अंकित के पिता ने उसे इलाज के लिए हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. अस्पताल से कुछ जरूरी जांच के लिए अंकित को महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित केयर डायग्नोस्टिक सेंटर ले जाना था. इसके एवज में हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल ने 1500 रुपए एंबुलेंस के लिए जबकि एक हजार रुपए पीपीई किट के लिए वसूली की है.

हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल कर रहा क्लिनिकल एस्टैब्लिशमेंट एक्ट का उल्लंघन

वहीं हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल में क्लिनिकल एस्टैब्लिशमेंट एक्ट का भी उल्लंघन हो रहा है. इस एक्ट के तहत अस्पताल को अपने द्वारा दिए जाने वाले इलाज का रेट चार्ट डिस्प्ले करना है, लेकिन इस अस्पताल में रेट चार्ट डिस्प्ले नहीं किया गया है.

एक्सपायर फायर फाइटर सिस्टम के भरोसे है यहां की सुरक्षा व्यवस्था

वहीं अस्पताल में यदि अगलगी की घटना होती है तो यहां पर इलाजरत मरीजों को भारी मुश्किलों का भी सामना करना पड़ेगा. अस्पताल के विभिन्न फ्लोर पर फायर फाइटर सिस्टम तो लगाए गए हैं, लेकिन एक्सपायर फायर फाइटर सिस्टम से आग कैसे बुझेगी? यह सबसे बड़ा सवाल है.

अग्निशमन विभाग से बिना एनओसी लिए संचालित हो रहा अस्पताल

रांची के बरियातू रोड स्थित हेल्थ प्वाइंट हॉस्पिटल अग्निशमन विभाग से बगैर एनओसी लिए हुए संचालित हो रहा है. ऐसे में मरीजों की जान से खिलवाड़ किया जा रहा है.

क्या कहते हैं अस्पताल के प्रबंधक

वहीं अस्पताल के प्रबंधक गोपाल कुमार का कहना है कि अग्निशमन विभाग के द्वारा सर्वे किया गया था और एनओसी के लिए अप्लाई किया गया है. जबकि क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट के तहत रेट चार्ट डिस्प्ले नहीं करने की बात प्रबंधन ने स्वीकार करते हुए कहा कि रेट चार्ट डिस्प्ले किया जाएगा.