Kolkata : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज मगंलवार को स्पेन और दुबई के 11 दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं. उनका मकसद राज्य में निवेश को आकर्षित करना है. खबरों के अनुसार वे दुबई में रात बितायेंगी. बुधवार सुबह ममता स्पेन की राजधानी मैड्रिड के लिए रवाना हो जायेंगी.
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मैड्रिड में सौरव गांगुली उनके साथ जुड़ जायेंगे
ममता बनर्जी ने सुबह नौ बजकर 40 मिनट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से दुबई के लिए उड़ान भरी. उन्होंने राज्य सचिववालय नबन्ना में मंगलवार को पत्रकारों से कहा, हम तीन दिन तक मैड्रिड में रहेंगे. इस दौरान हम एक वाणिज्यिक शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और अनिवासी बंगालियों से मिलेंगे. वहां से हम बार्सिलोना के लिए ट्रेन लेंगे, जहां हम बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) की दो दिवसीय बैठक में भाग लेंगे. उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली इस समय लंदन में हैं और वह मैड्रिड में उनके प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे. बंगाल के चीफ सेक्रेटरी एचके द्विवेदी, कोलकाता फुटबॉल क्लब मोहन बागान, ईस्ट बंगाल और मोहम्मडन स्पोर्टिंग के सीनियर पदाधिकारी भी ममता के साथ विदेश दौरे पर हैं.
पांच साल में ममता का पहला विदेशी दौरा होगा
उन्होंने कहा कि यह पांच साल में उनका पहला विदेशी दौरा होगा क्योंकि केंद्र ने उन्हें पहले आवश्यक अनुमति नहीं दी थी. उन्होंने कहा, स्पेन इस साल के अंतरराष्ट्रीय कोलकाता पुस्तक मेले का थीम देश था और इसने हमारे फिल्म महोत्सवों में भी भाग लिया था. वे (परिधान) निर्माण में अच्छे हैं.
कोलकाता लौटने से पहले ममता डेढ़ दिन दुबई में रहेंगी
ममता बनर्जी ने कहा कि वह और प्रतिनिधियों का उनका दल दुबई लौटेगा, जहां बीजीबीएस पर एक बैठक और कुछ अन्य बैठकें निर्धारित हैं. उन्होंने कहा, 23 सितंबर को कोलकाता लौटने से पहले हम डेढ़ दिन दुबई में रहेंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या वह कई विश्व प्रसिद्ध फुटबॉल क्लबों का घर माने जाने वाले बार्सिलोना में अपने प्रवास के दौरान किसी फुटबॉल क्लब के पदाधिकारी से मिलेंगी, इस पर बनर्जी ने कहा,‘कुछ नया होने दीजिए. मैं वहां जा रही हूं और मैं बंगाल के लिए कुछ करना चाहती हूं. बनर्जी ने राज्य के लोगों से उनकी अनुपस्थिति के दौरान कानून-व्यवस्था को बाधित करने के किसी भी प्रयास को रोकने के लिए उचित कदम उठाने का आग्रह किया और कहा कि उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकें की हैं और उन्हें आवश्यक निर्देश दिये हैं.
द्रौपदी मुर्मू के रात्रिभोज में ममता बनर्जी शामिल हुई
याद करें कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने G20 शिखर सम्मेलन में 9 सितंबर को मेहमानों के लिए डिनर का आयोजन किया था. डिनर में विदेशी मेहमानों सहित भारत के सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों व केंद्रीय मंत्रियों को आमंत्रित किया गया था. राष्ट्रपति के रात्रिभोज में ममता बनर्जी भी शामिल हुई. उनके शामिल होने पर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी सवाल उठाया है.
बंगाली और हिंदी बोलने वाले देश को भारत ही बोलते हैं
एक बात और कि स्पेन और दुबई रवाना होने से पूर्व ममता बनर्जी ने देश का नाम भारत रखे जाने का समर्थन किया है. हालांकि इस बात पर जोर दिया कि इंडिया नाम भी रहना चाहिए. कहा कि बंगाली और हिंदी बोलने वाले लोग देश को भारत ही बोलते हैं. संविधान की प्रस्तावना की पहली लाइन में इंडिया नाम का जिक्र है. केंद्र सरकार को कटघरे में खडा करते हुए कहा, संविधान में संशोधन किये बिना ही नया नाम पेश किया जाना. असंवैधानिक है.
हमारे पासपोर्ट पर रिपब्लिक ऑफ इंडिया लिखा होता है
ममता बनर्जी ने कहा, भारत शब्द का उल्लेख भी संविधान में है. हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है, मगर इंडिया शब्द नहीं हटाया जाना चाहिए. आखिर हमें बदलाव करने की जरूरत क्यों पड़ी? हमारे पासपोर्ट पर रिपब्लिक ऑफ इंडिया लिखा होता है. लोग देश को हिंदुस्तान और भारतवर्ष जैसे नामों से भी बुलाते हैं. तंज कसा कि भाजपा वाले नाम इसलिए बदलना चाहते हैं क्योंकि INDIA गठबंधन से उन्हें परेशानी है.
जी20 में कमल फूल का इस्तेमाल
ममता बनर्जी ने कहा, G20 शिखर सम्मेलन में कमल फूल का इस्तेमाल हर जगह हुआ. यह भाजपा का चुनाव चिन्ह है. कमल हमारा राष्ट्रीय फूल भी है. इसे लेकर सोचने की जरूरत है. [wpse_comments_template]