ममता ने कहा, मोदी-शाह ने फैलाया कोरोना, बोलीं स्मृति ईरानी, यही उनके संस्कार हैं

Kolkata :  पश्चिम बंगाल चुनाव के पांचवें फेज की वोटिंग 17 अप्रैल को होनी है.  चुनाव प्रचार खत्म हो चुका है. अब, सभी पार्टियों के कैंडिडेट्स ने डोर-टू-डोर कैंपेन शुरू कर दिया है.  बता दें कि लेफ्ट समर्थित गठबंधन ने बढ़ते कोरोना केसेज को लेकर बड़े स्तर पर चुनावी सभाओं को आयोजित करने पर पाबंदी लगा दी है. इस संबंध में पार्टी ने ट्वीट कर जानकारी दी है.  बंगाल चुनाव और कोरोना संकट को लेकर टीएमसी और बीजेपी के बीच सियासी बयानबाजी तेज गयी है.    

भाजपा बाहरी लोगों को लेकर आयी, कोरोना फैलाया

टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम मोदी और   गृहमंत्री अमित शाह पर हल्ला बोला है. ममता बनर्जी ने बुधवार को जलपाईगुड़ी में कहा कि पीएम मोदी और अमित शाह कोरोना संकट में पश्चिम बंगाल में दिखाई नहीं दिये थे. अब वे राज्य में कोरोना फैलाकर भाग गये हैं

ममता ने रैली में कहा, वे लोग (भाजपा) चुनाव प्रचार के लिए बाहरी लोगों को लेकर आये हैं, जिससे कोविड मामलों में वृद्धि हुई. हमने कोविड स्थिति पर काबू पा लिया था, लेकिन उन्होंने इसे जटिल बना दिया.

यही ममता बनर्जी के संस्कार’ हैं’ : स्मृति ईरानी

केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर एक बार फिर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी कोरोना महामारी (Corona Pandemic) को फैलाने का दोष पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर मढ़ रही हैं. यह उनके संस्कार हैं.

स्मृति ईरानी ने कहा, ‘मैं यह सुनकर हैरान हूं कि वह महामारी के लिए मोदी जी और अमित शाह जी को जिम्मेदार ठहरा रही हैं. मोदी जी ने उन्हें ‘दीदी’ कहकर संबोधित किया था, मगर ममता बनर्जी ने पब्लिक प्लेटफॉर्म से हमारे नेतृत्व को लेकर अपशब्दों का इस्तेमाल किया’. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, ‘यही ममता बनर्जी के ‘संस्कार’ हैं’

टीएमसी ने सारा पैसा खा लिया : जेपी नड्डा

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुधवार को आसनसोल की चुनावी सभा में अम्फान पीड़ितों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अम्फान चक्रवात पीड़ितों की मदद के लिए राज्य सरकार को 2,772 करोड़ रुपए दिये था. आरोप लगाया कि पीड़ितों को घर नहीं मिला. मछुआरों की बोट रिपेयर नहीं की जा सकी. कहा कि यह छोटी रकम नहीं है. टीएमसी ने सारा पैसा खा लिया.  इसे लेकर राज्य सरकार कैग की ऑडिट में शामिल नहीं हो रही है.