करोड़ों का वाहन बन गया कबाड़, जुगाड़ के रास्ते कल-पुर्जे हो रहे हैं पार

Ranchi : ये है नामकुम स्थित आरसीएच कैंपस, यहां अरबों रुपए के नए उपयोगी वाहन कबाड़ हो रहे हैं. विभाग के अफसरों की रूचि केवल इनकी खरीदारी में ही थी, क्योंकि वाहनों की खरीदारी में कमीशन जो मिलना था. कई वाहन ऐसे भी हैं, जिन्हें जानबूझकर ऊंचे दाम पर खरीदा गया, लेकिन इन्हें चलाएंगे कैसे. इस बारे में कोई प्लानिंग नहीं की गई. नतीजा यह हुआ कि अब ये सभी वाहन आरसीएच (नामकुम) कैंपस में खड़े-खड़े बेकार हो रहे हैं. आलम ये है कि इन वाहनों के कई ऐसे जरूरी कलपुर्जे हैं जिसे खोल कर जुगाड़ के रास्ते पार कर कमाई भी किया जा रहा है. [caption id="attachment_10168" align="aligncenter" width="600"]https://lagatar.in/wp-content/uploads/2020/12/d0a08e98-01db-4d98-827a-045b1fb3ddd4-1.jpg"

alt="" width="600" height="400" /> IEC वैन[/caption]

पांच आईइसी वैन कबाड़ा में तब्दील

एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए आईइसी वैन की खरीदारी हुई थी. इस वैन का मुख्य काम शहर गांव में घूम-घूमकर एड्स के प्रति लोगों को जागरूक करने के साथ छुआछूत से बचने की सलाह देना था. लेकिन ये वाहन बेकार पड़े हैं. क्योंकि इन्हें चलाने और मेंटनेंस के लिए कोई फंड ही नहीं है. नाको ने भी इन वाहनों को चलाने के लिए फंड देने से इंकार कर दिया है. अधिकारियों ने इसके सफल संचालन को लेकर कोई योजना ही नहीं बनाई थी. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2020/12/c08747ea-5a2c-4b7a-b9f9-d6aef9a2b6e9.jpg"

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