- नाबालिग को परिजनों के पास पहुंचाने के प्रयास में जुटी पुलिस
लोस चुनाव : शाम पांच बजे तक 61.90% मतदान, चतरा में 60.26%, हजारीबाग में 63.66% और कोडरमा में 61.60% वोटिंग नाबालिग के बताया कि उसका नाम तालकुड़ी सोरेन है.हालांकि नाबालिगा अपने गांव का पूरा सही तरीके से नहीं बता पा रही थी. इसके बाद उसके पास से मिले आधार कार्ड से पता चला कि नाबालिगा के पिता का नाम प्रगन सोरेन है और वह साहेबगंज के फुइभांगा गांव की रहने वाली है. नाबालिग लड़की ने बताया कि वह लगभग एक महीने पहले गांव की कुछ युवतियों के साथ दिल्ली में काम करने गई थी, लेकिन वहां मन नहीं लगने के कारण अपनी सहेलियों को बिना बताये दिल्ली रेलवे स्टेशन आ गई, जहां वह गलत ट्रेन में सवार होकर चक्रधरपुर पहुंच गई. इसे भी पढ़ें : घाटशिला">https://lagatar.in/ghatshila-jharkhand-separate-state-movement-fighters-supported-sameer/">घाटशिला
: झारखंड अलग राज्य आंदोलनकारी सेनानियों ने समीर को दिया समर्थन चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर उतरकर भटकते-भटकते यहां पहुंची. उसने बताया कि वह अपने गांव जाना चाहती है. इधर पारिवारिक परामर्श केन्द्र के सचिव राजेश तिवारी व उनकी टीम नाबालिगा को लेकर चक्रधरपुर महिला थाना पहुंचे. साथ ही नाबालिग के परिजनों से संपर्क कर गांव भेजने के प्रयास में जुट गये. [wpse_comments_template]