NewDelhi : देश में मानसून की आहट सुनाई देने लगी है. केरल में दक्षिणपश्चिम मानसून समय पूर्व, 31 मई को पहुंच सकता है. हालांकि आमतौर पर राज्य में मानसून एक जून को आता है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. मौसम विभाग के अनुसार अरब सागर में घुमड़ रहे ताऊ ते तूफान के कारण इस बार मानसून केरल में तय समय से एक दिन पहले दस्तक देगा. कहा कि इस डेट में प्लस माइनस चार दिन की गुंजाइश है. मानसून द्वारा 27 मई से चार जून के बीच किसी भी दिन दस्तक दिये जाने की बात कही गयी है.
स्काईमेट के अनुसार मानसून 30 मई को दस्तक देगा
निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के अनुसार मानसून 30 मई को दस्तक देगा. स्काईमेट ने इस तारीख में दो दिन कम या ज्यादा होने की संभावना जतायी है. मौसम विज्ञानियों का मानना है कि प्री-मानसून के दौरान अरब सागर में तूफान के विकसित होने और आगे बढ़ते हुए मजबूत होने का सबसे बड़ा असर होता है कि वह मानसून जैसे विशाल मौसमी सिस्टम को भी खींचने लगता है.
मानसून अनुमान से पहले ही दस्तक देने लगता है
खबरों को अनुसार अरब सागर से गुजर रहा तूफान भारतीय जमीन को 21-22 मई के बीच पूरी तरह खाली कर देगा. मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के अनुसार प्री-मानसून में तूफान मानसून की तारीख के जितना करीब आता है, उतना अधिक असरदार होता है. इस कारण मानसून अनुमान से पहले ही दस्तक देने लगता है.
बता दें कि पिछले साल भी यही बात हुई थी. पिछले साल मौसम विभाग ने मानसून के आने की तारीख 5 जून बताई थी. इसी क्रम मं 28 मई को अरब सागर में निसर्ग तूफान ने दस्तक दी. इसका असर था कि केरल में मानसून एक जून को पहुंच गया.
स्काईमेट के वाइस-प्रेसिडेंट महेश पलावत ने कहा कि हिंद महासागर में अभी मैडन जूलियन ओसिलेशन (एमजेओ) यानी बादलों को एक बड़ा समूह पूरब की ओर बढ़ रहा है. मानसून के दौरान एमजेओ गुजरने से बारिश बढ़ती है.