नया साल, नया घोटाला ! 3269 करोड़ और राष्ट्रवाद

chetan dutta सीबीआई ने शक्तिभोग फूड्स लिमिटेड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है. प्राथमिकी एसबीआई के नेतृत्व वाली 10 बैंकों के समूह की तरफ से दर्ज करायी गई है. शक्तिभोग फूड्स पर 3269 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. यह एक बड़ी धोखाधड़ी है इसके संबंध एक महान राष्ट्रवादी व्यक्ति और संस्था से है. संस्था का नाम है “एकता मिशन.”  दिल्ली में रहने वाले लगभग सभी लोगों ने "एकता मिशन" नामक संस्था के पोस्टर लगे हुए देखे होंगे या अखबारों में उनके बारे में ज़रूर पढ़ा होगा. चार महानुभावों की फोटो दिखती थी.  एक के के कुमार, जो की शक्ति भोग फूड्स के मालिक है, दूसरे पवन मोंगा जो भाजपा दिल्ली के सेक्रेटरी हैं, तीसरे संजय मलिक जो कि एक म्यूजिकल ग्रुप चलाते हैं, चौथे भजन गायक नरेंद्र चंचल. बहुत साल से बहुत सारे लोग इनके बारे में पढ़ते आ रहे थे, कुछ को एक फीलिंग आती थी कि यह सारे फ्रॉड है. ये लोग फ़र्ज़ी टाइप के कार्यक्रम करवाते रहते थे और अपनी फोटो खिंचवाने का शौक था. नाम राष्ट्रवादी रख लिया- एकता मिशन.  थोड़ी  प्रमाणिकता मिल जाए इसलिए नरेंद्र चंचल को एकता मिशन का चेयरमैन बना दिया था. दिल्ली ही नहीं देश भर के लोग शक्ति भोग आटा के बारे में भी जरूर जानते होंगे. आशीर्वाद आटा वगैरा आने से पहले शक्ति भोग सबसे ज्यादा बिकने वाला आटा होता था. अभी खबर आई है कि एकता मिशन वाले के के कुमार ने स्टेट बैंक समूह से 3269 करोड़ की धोखाधड़ी की है. बैंक की शिकायत पर सीबीआई ने केस दर्ज किया है. जांच संजय मलिक और पवन मोंगा की भी जांच की जानी चाहिये. चलिए नए साल की शुरुआत में एक नया घोटाला - 3269 करोड़ से हुआ है. और आम जनता को सबक की जो ज़्यादा राष्ट्रवाद की बात करे, उससे सावधान हो जायें. आम जनता / साधारण लोग ईमानदारी से जीवन जीते हैं, सच्चे राष्ट्रवादी होते हैं पर राष्ट्रवाद बेचते नहीं हैं. हम और आप साधारण पर ईमानदार देशभक्त लोग हैं. डिस्क्लेमरः ये लेखक के निजी विचार हैं औऱ लेख के अंश फेसबुक पर प्रकाशित हो चुके हैं.