बंद घरों में चोरों ने फेरा हाथ, जेवर, नकद, टीवी और लैपटॉप की चोरी [caption id="attachment_12106" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> इको-फ्रेंडली क्रिसमस ट्री[/caption]
ईको-फ्रेंडली क्रिसमस मनाने में मदद करेंगी ये प्राकृतिक चीजें
वर्तमान में, लोग हर छोटे से छोटे काम के लिए प्लास्टिक पर ही आश्रित होते जा रहे हैं. यह पर्यावरण के लिए बहुत खतरनाक है. आर्टिफिशियल क्रिसमस ट्री के बजाय ओरिजनल पेड़-पौधों का इस्तेमाल किया जा सकता है. आमतौर पर क्रिसमस में क्रिसमस ट्री को सजाने के लिए प्लास्टिक की सजावटी वस्तुओं का इस्तेमाल किया जाता है. इनकी जगह बाजारों में कागज, कपड़े और बांस से तैयार किये गये स्टार और बाकि सामान भी उपलब्ध हैं.ईको-फ्रेंडली क्रिसमस ट्री
क्रिसमस का इंतजार सबको होता है, खास कर बच्चों को. वे अपने घरों में क्रिसमस ट्री को बहुत अच्छे से सजाते हैं. क्रिसमस ट्री के बिना यह त्योहार अधूरा है. रांची के लोहराकोचा के बच्चों ने क्रिसमस पर अपने घरों के आस-पास के पेड़-पौधों को सजाया है. वे आर्टिफिशियल के बजाय वास्तविक पौधों को क्रिसमस ट्री का रूप दे रहे हैं. उन्होनें विभिन्न तरह फूलों से क्रिसमस ट्री की सजावट की है. यह ईको-फ्रेंडली होने के साथ-साथ बेहद आकर्षक भी दिख रहा है. इसे भी पढ़ें: बिरसा">https://lagatar.in/at-centenary-celebrations-of-vishwabharati-pm-said-generations-of-bengal-expended-themselves-to-protect-indias-self-respect/12087/">बिरसामुंडा एयरपोर्ट पर पार्किंग शुल्क के नाम पर अवैध वसूली! जानिए कितना शुल्क वसूल रहे ठेकेदार [caption id="attachment_12104" align="aligncenter" width="600"]
alt="" width="600" height="400" /> बच्चों के द्वारा बनाया गया क्रिसमस ट्री[/caption] कैथोलिक यूथ क्लब के सदस्य कुलदीप तिर्की बताते हैं- पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ईको-फ्रेंडली क्रिसमस सेलिब्रट करना एक अच्छा विकल्प है. आर्टिफिशियल क्रिसमस ट्री पॉलीविनाइल क्लोराइड जैसे गैर-पुनर्नवीकृत (Non recycled) प्लास्टिक का बना होता है, जिसे बनाने में कम प्रदूषण होता है. इसे भी पढ़ें: ">https://lagatar.in/rahul-gandhi-who-met-the-president-in-protest-against-the-new-agricultural-laws-fired-on-the-pm-said-modi-can-also-call-rss-bhagwat-a-terrorist/12076/">
विश्वभारती के शताब्दी समारोह में पीएम ने कहा, बंगाल की पीढ़ियों ने भारत के आत्मसम्मान की रक्षा के लिए खुद को खपा दिया