दुमका के आदिवासी बहुल लेटो गांव में पीने का पानी तक नहीं, चापाकल और सोलर टंकी बेकार

शिकायत के बाद भी नहीं बना चापाकल, सोलर टंकी भी बेकार

Dumka: दुमका प्रखंड के भरकुंडा पंचायत स्थित आदिवासी बहुल गांव लेटो में करीब 65 घर हैं, जहां कुल पांच चापाकल और एक अर्द्धनिर्मित सोलर टंकी है. इन चार चापाकल में एक मात्र चापाकल से ग्रामीणों को पानी मिल पा रहा है. ग्रामीणों की ओर से पेयजल और स्वच्छता विभाग में कई बार शिकायत की गई. इसके बावजूद विभाग ने चापाकल मरम्मत के लिये मिस्त्री नहीं भेजे. अंत में थक हार कर लोगों ने चंदाकर खुद मिस्त्री बुलाया. लेकिन पाइप सड़े होने के कारण चापाकल बनाया नहीं जा सका. वहीं तीन माह पहले लगाया गया सोलर टंकी भी बेकार पड़ा हुआ है.

गांव में मौजूद चापाकल की स्थिति

  • ग्रामीण सामुएल मरांडी के घर के सामने का चापाकल करीब दो वर्षो से खराब है, मंझी थान के सामने का चापाकल एक बाल्टी पानी निकलने के बाद बंद हो जाता है.
  • मानेश्वर मरांडी के घर के सामने का चापाकल करीब छह बाल्टी पानी निकलने के बाद बंद हो जाता है. गोपाल भंडारी के घर के सामने का चापाकल छह महीने से खराब पड़ा है.

गांव में लगा सोलर टंकी नहीं किया गया चालू

गांव में लगाया गया सोलर टंकी भी बेकार पड़ा हुआ है. विभागीय उदासीनता के कारण सरयू टुडू के घर के सामने का सोलर टंकी चालू नहीं किया गया है. जबकि उसके कुछ उपकरण ग्रामीण के घर में यूं ही बेकार पड़े हुए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि तीन महीने पूर्व सोलर टंकी लगाया गया था लेकिन वह अधूरा होने के कारण अब तक चालू नहीं किया गया है. ग्रामीणों ने जन प्रतिनिधियों, प्रशासन और सरकार से मांग की है कि सोलर टंकी के साथ सभी खराब पड़े चापाकलों में नया पाइप देकर मरम्मत कर चालू कराया जाये.