और नाबालिग बाइक राइडर्स की अब खैर नहीं, प्रशासन कसेगा नकेल)
‘दंडात्मक ब्याज’ को राजस्व बढ़ाने में कर रहे इस्तेमाल
बता दें कि बैंकों और एनबीएफसी अपना राजस्व बढ़ाने के लिए ‘दंडात्मक ब्याज’ को माध्यम के रूप में इस्तेमाल कर रहे हैं. बैंकों की इस प्रवृत्ति पर आरबीआई ने चिंता जताई और नियम में संशोधन कर दिया. रिजर्व बैंक ने ‘उचित ऋण व्यवहार-कर्ज खातों पर दंडात्मक शुल्क’ के बारे में कहा कि बैंक और अन्य ऋण संस्थानों को एक जनवरी 2024 से दंडात्मक ब्याज लगाने की अनुमति नहीं होगी. इसे भी पढ़ें : दुष्यंत">https://lagatar.in/dushyant-dave-argued-in-the-supreme-court-only-the-constituent-assembly-could-have-removed-article-370/">दुष्यंतदवे की सुप्रीम कोर्ट में दलील, Article 370 को केवल संविधान सभा ही हटा सकती थी
ग्राहकों से उचित दंडात्मक शुल्क वसूला जाना चाहिए
केंद्रीय बैंक ने अधिसूचना में कहा कि कर्ज लेने वाले व्यक्ति द्वारा ऋण अनुबंध की शर्तों का अनुपालन नहीं करने पर उससे ‘दंडात्मक शुल्क’ लिया जा सकता है. इसे दंडात्मक ब्याज के रूप में नहीं लगाया जायेगा. दंडात्मक ब्याज को बैंक अग्रिम पर वसूली जाने वाली ब्याज दरों में जोड़ देते हैं. इसके साथ ही रिजर्व बैंक ने स्पष्ट किया है कि दंडात्मक शुल्क उचित होना चाहिए. यह किसी कर्ज या उत्पाद श्रेणी में पक्षपातपूर्ण नहीं होना चाहिए. अधिसूचना में कहा गया है कि दंडात्मक शुल्क का कोई पूंजीकरण नहीं होगा. ऐसे शुल्कों पर अतिरिक्त ब्याज की गणना नहीं की जायेगी. हालांकि केंद्रीय बैंक का यह निर्देश क्रेडिट कार्ड, बाह्य वाणिज्यिक कर्ज, व्यापार क्रेडिट आदि पर लागू नहीं होगी. इसे भी पढ़ें : के">https://lagatar.in/kn-tripathis-petition-rejected-by-hc-mla-alok-chaurasias-election-declared-valid/">केएन त्रिपाठी की याचिका HC से खारिज, विधायक आलोक चौरसिया के निर्वाचन को वैध करार दिया
क्या है दंडात्मक ब्याज
एमआई का भुगतान न करने पर लगाया जाने वाले ब्याज को दंडात्मक ब्याज कहते हैं. अगर किसी ऋणदाता का दंडात्मक ब्याज 24% प्रति वर्ष है. तो इसका मतलब है कि डिफॉल्ट के हर महीने के लिए अतिदेय राशि पर 2% का जुर्माना लागू होगा. उदाहरण के लिए आप पर लोन है और आपकी ईएमआई 50,000 रुपये है. ऐसे में यदि दंडात्मक ब्याज 24% प्रति वर्ष है, तो देर से भुगतान पर जुर्माना लगभग 1,000 (50,000 रुपये का 2%) होगा. ईएमआई का भुगतान करने में चूक जाने बैंक और एनबीएफसी ग्राहकों से मनमाना दंडात्मक ब्याज वसूलते थे. आरबीआई के फैसले के बाद इस पर लगाम लगेगी. इसे भी पढ़ें : सीपीआई(">https://lagatar.in/delegation-of-cpim-leaders-leaves-for-manipur-yechury-said-going-to-show-solidarity/">सीपीआई(एम) के नेताओं का प्रतिनिधिमंडल मणिपुर रवाना, येचुरी ने कहा, एकजुटता दिखाने जा रहे हैं [wpse_comments_template]