पीएम मोदी का सुझाव, पुरानी संसद को 'संविधान सदन' के नाम से जाना जाये

NewDelhi :  संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र का आज मंगलवार को दूसरा दिन है. सत्र से पहले पुराने संसद भवन में लोकसभा और राज्यसभा के सांसदों ने ग्रुप फोटो खिंचवायी. इसके बाद दोनों सदनों के सासंद देश की समृद्ध संसदीय विरासत का जश्न मनाने के लिए सेंट्रल हॉल में जुटे. संसद के विशेष सत्र के दौरान पीएम मोदी ने सुझाव दिया कि पुरानी संसद को `संविधान सदन` के नाम से जाना जाये. उन्होंने कहा कि जब हम नये संसद भवन में जा रहे हैं तो पुराने संसद भवन की गरिमा कभी भी कम नहीं होनी चाहिए. इसे सिर्फ `पुराना संसद भवन` कहकर छोड़ दें, ऐसा नहीं होना चाहिए. अगर आप सब की सहमती हो तो इसे भविष्य में `संविधान सदन` के नाम से जाना जाये.  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य लोग पुराने संसद भवन से नये संसद भवन में जा रहे हैं. (पढ़ें, नये">https://lagatar.in/lok-sabha-proceedings-begin-in-the-new-parliament-house-womens-reservation-bill-will-be-introduced/">नये

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भारत संसदीय लोकतंत्र में एक नया अध्याय जोड़ने की दहलीज पर- धनखड़

उपराष्ट्रपति और राज्यसभा सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस महत्वपूर्ण अवसर पर, जब हम अपने संसदीय लोकतंत्र में एक नया अध्याय जोड़ने की दहलीज पर खड़े हैं, मैं आप सभी को हमारे अभूतपूर्व उत्थान के लिए बधाई देता हूं. हम सभी को इस इतिहास का गवाह बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है. क्योंकि हम इस पुराने संसद भवन को अलविदा कह रहे हैं और नये भवन में जा रहे हैं. प्रभावशाली ढंग से आयोजित G-20 के परिणामस्वरूप भारत की वैश्विक शक्ति का प्रदर्शन हुआ. संसद की नई इमारत, भारत मंडपम और यशोभूमि दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के साथ प्रतिस्पर्धा करने वाली नवीनतम बुनियादी ढांचा उत्कृष्ट कृतियां हैं. [wpse_comments_template]