कंगना रनौत की तारीफ करिये...

अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाली कंगना रनौत हिमाचल प्रदेश के मंडी लोकसभा क्षेत्र से सांसद हैं. वह भाजपा सांसद हैं. एक दिन पहले उन्होंने बयान दिया- सांसद बन कर मजा नहीं आ रहा. लोग गांव, सड़क, नाली की समस्या लेकर उनके पास आते हैं. पंचायत स्तर की समस्याएं लेकर आते हैं.

 

भलें ही एक सांसद के तौर पर विपक्ष समेत हर कोई उनके इस बयान की आलोचना कर रहे है, क्योंकि एक सांसद होने के नाते उन्हें आम लोगों की छोटी-बड़ी समस्याओं को जानना और उसका समाधान ढ़ूंढ़ना उनकी जिम्मेदारी है. उनका यह बयान यह भी बताती है कि एक सांसद के तौर पर वह असहज महसूस कर रही हैं. 

 

सवाल यह है कि कंगना ने क्या गलत कहा. वही कहा, जो अनुभव कर रही हैं और जितनी उनकी समझ है. अगर आलोचना ही करनी है तो भाजपा की करिये, उनको वोट देकर सांसद बनाने वाले मंडी की आम लोगों की करिये, जिन्होंने कंगना रनौत को पार्टी का प्रत्याशी बनाया और जिन्होंने वोट देकर उन्हें संसद पहुंचने का रास्ता दिया. 

 

कंगना एक एक्ट्रेस रही हैं. ग्लैमर की दुनिया में जीने के आदि. उल्टे-पुल्टे राजनीतिक बयान देकर नेता बनीं. प्रधानमंत्री मोदी को ईश्वर का अवतार बताने से लेकर और ना जाने कैसी-कैसी बेकार और बहकी बातें की. मीडिया ने उन्हें सिर-आंखों पर बैठाया. भाजपा ने उन्हें टिकट दिया और जनता ने झोली भर कर वोट किया. आखिर क्या सोच कर भाजपा ने उन्हें टिकट दिया और क्या सोच कर मंडी की जनता ने उन्हें वोट दिया. 

 

कंगना रनौत के इस बयान का एक पहलू यह भी है कि उन्होंने सच कह दिया. उनका यह बयान खुद के प्रति उनकी ईमानदारी को दर्शाता है. वह आम जनता को धोखे में नहीं रख रही हैं. इसके लिए उनकी तारीफ होनी चाहिए. क्योंकि हम जानते हैं, अधिकांश सांसद, विधायक और राजनेता को आम जनता की समस्या से मतलब नहीं. कुछ तो खुद को धरती का भगवान भी समझने लगते हैं. कुछ अपना कारोबार चलता रहते हैं, तो कुछ दलाली भी करते हैं और जुबान से  जनता के लिए ऐसे शब्द बोलते हैं, जैसे सच में जनता ही जनार्दन है.