आदित्यपुर के श्रीनाथ विश्वविद्यालय में तीन दिनों तक चला प्रेमचंद जयंती सह हिंदी महोत्सव

Adityapur : आदित्यपुर के श्रीनाथ विश्वविद्यालय में पिछले तीन दिनों से जारी प्रेमचंद जयंती सह पाचवें हिंदी महोत्सव का समापन रविवार को हुआ. रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम तीन दिनों तक चला. हिंदी प्रतियोगिता के विजेता छात्रों को पुरस्कृत किया गया. आज के पहले वक्ता डॉ राकेश मिश्रा सह आचार्य गांधी एवं शांति अध्ययन विभाग महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा महाराष्ट्र से आए. उन्होंने कहा कि साहित्य का उद्देश्य समाज को वहां पहुंचाना होता है जहां समाज पहुंचना चाहता है. कहा कि साहित्य में न्यायबोध साहित्य को साहित्य बनाता है. साहित्य दलित और स्त्रियों की आवाज है और उन्हें मुख्य धारा में लाता है. उन्होंने कहा कि मुक्तिबोध और धूमिल को उनके जीवन में वह सम्मान नहीं मिला पर वे इन सबसे ऊपर हैं.

हिंदी आज राष्ट्रभाषा से भी आगे निकल गई है : जयनंदन

दूसरे वक्ता प्रसिद्ध साहित्यकार औऱ उपान्यासकार जयनंदन थे. उनका कहना था कि हिंदी को राजभाषा का दर्जा दिया गया पर उसे राष्ट्र भाषा नहीं बनने दिया गया. उस पर राजनीति हो गई पर हिंदी आज राष्ट्रभाषा से भी आगे निकल गई है. वह अब जन-जन की भाषा बन चुकी है. कहा कि आजकल साहित्य में भी गुट बन गया है. लेखकों के बीच भी कई गुट बन गए हैं. प्रगतिशील संघ, जन संस्कृति मंच एवं जनवादी लेखक संघ आदि. अब तो पुरस्कार और सम्मान देने पर भी राजनीति हो रही है.

अतिथियों को शॉल व बुके देकर सम्मानित किया गया

हिंदी महोत्सव के तीनों दिन रंगारंग कार्यक्रम हुआ. प्रतिभागियों के साथ आए शिक्षक प्रतिनिधियों को तथा अतिथियों को शॉल व बुके देकर सम्मानित किया गया. विश्वविद्यालय के कुलाधिपति सुखदेव महतो ने महोत्सव की सफलता पर सबको बधाई दी. उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में और बेह​तर तरीके से किया जायेगा. ईचागढ़ विधायक सविता महतो को हमेशा साथ देने के लिए धन्यवाद दिया, साथ ही उपस्थित सभी लोगों का धन्यवाद ज्ञापन किया.

प्रतियोगिता के विजेताओं की सूची

हास्य कवि सम्मेलन : प्रथम- लक्ष्मी कुमारी, द्वितीय- शुभम सिंह, प्रियंका महेश्वरी, तृतीय- निशा चंद्रा. निबंध लेखन : प्रथम- विनय हेम्ब्रम, द्वितीय- श्रुति कुमारी, तृतीय- सनम टुडू. दीवार सज्जा : प्रथम- श्रीनाथ विश्वविद्यालय, द्वितीय- महिला कॉलेज चाईबासा , तृतीय- जमशेदपुर वूमेंस कॉलेज. सामूहिक चर्चा : प्रथम - हीरामनी टुडू, द्वितीय- आशी, तृतीय- हेमंत श्रीवास्तव. साहित्यिक सफर : प्रथम- श्रीनाथ विश्वविद्यालय, द्वितीय- ग्रेजुएट स्कूल कॉलेज वूमेंस जमशेदपुर, तृतीय- महिला कॉलेज चाईबासा. व्यक्तित्व झांकी : प्रथम- श्रीनाथ विश्वविद्यालय, द्वितीय- डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन, तृतीय- मधुसूदन महतो टीचर्स ट्रेनिंग चक्रधरपुर. प्रश्नोत्तरी : प्रथम- डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन कदमा, द्वितीय- रंभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन गितिलता, तृतीय- श्रीनाथ विश्वविद्यालय. विज्ञापन रचना : प्रथम- श्रीनाथ पब्लिक स्कूल, द्वितीय- संत मेरीज हिंदी हाई स्कूल, तृतीय- चिन्मया विद्यालय बिष्टुपुर. कुर्ते पर चित्रकारी : प्रथम- महिला कॉलेज चाईबासा, द्वितीय- श्रीनाथ विश्वविद्यालय, तृतीय नेता जी सुभाष इंस्टिट्यूट ऑफ एजुकेशन. मुहावरे से मुहावरे तक : प्रथम- श्रीनाथ विश्वविद्यालय, द्वितीय- महिला कॉलेज चाईबासा, तृतीय- करीम सिटी कॉलेज. शब्द संयोजन : प्रथम- नूतन बानरा, द्वितीय- नेहा कुमारी, तृतीय- रितिका महतो. लिखो कहानी : प्रथम- राजश्री महतो, द्वितीय- अलिना, तृतीय- अंजली मांझी. वाक् चातुर्य : प्रथम- साहिल अस्थाना, द्वितीय- प्रिया सिन्हा, तृतीय- अभय प्रताप. प्रतीक चिह्न निर्माण : प्रथम- ध्रुवपद महतो, द्वितीय- हरिनारायण सिंकू, तृतीय- सौमित्रो महतो. उल्टा पुल्टा : प्रथम- डीवी कन्या उच्च विद्यालय, द्वितीय : डीएवी पब्लिक स्कूल, तृतीय- चिन्मया विद्यालय बिष्टुपुर. मीम निर्माण : प्रथम- तुसार गोराई, द्वितीय- आर सागर झा, तृतीय- लक्ष्मी कुमारी. बोल मेरे अंदाज मेरा : प्रथम- वूमेंस विश्वविद्यालय बी एड, द्वितीय- डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन, तृतीय : रंभा कॉलेज ऑफ एजुकेशन. भाषा रूपांतरण : प्रथम सूर्य- ज्योति मय, द्वितीय- अस्मिता शर्मा, तृतीय- पल्लवी भकत. कोलाज कला : प्रथम- गोविन्द विद्यालय तमुलिया, द्वितीय- लोयला हाई स्कूल धालभूमगढ़, तृतीय- डीएवी कन्या उच्च विद्यालय. वृत्त चित्र : प्रथम- करीम सिटी कॉलेज मास कॉम, द्वितीय- जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज एमएड, तृतीय- जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज बीएड. लघुनाटिका : प्रथम- करीम सिटी कॉलेज जमशेदपुर, द्वितीय- महिला कॉलेज चाईबासा, तृतीय : वीमेंस विश्व विद्यालय एमएड. [wpse_comments_template]