सांस्कृतिक पुनरुद्धार की प्रतिमूर्ति थीं रानी अहिल्याबाई होलकरः बाबूलाल

 Ranchi :  भाजपा प्रदेश कार्यालय में बुधवार को रानी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के अवसर पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने की. इस अवसर पर महिला मोर्चा की राष्ट्रीय मंत्री एवं राज्यसभा सांसद संगीता यादव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थीं. रानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन और कार्य बाबूलाल मरांडी ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर भारत की सांस्कृतिक जागरण और सनातन विचारों के साथ गरीबों और असहायों की सेवा की जीवंत प्रतिमूर्ति थीं. उन्होंने कहा कि रानी ने अपने शासनकाल में भगवान शिव की आज्ञा का पालन करते हुए जनसेवा के कार्य किए. उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर और सोमनाथ मंदिर का पुनरुद्धार कराया और सनातन धर्म के चारों धाम, सात पूरी और 12 ज्योतिर्लिंगों का जीर्णोद्धार कराया. शक्ति से नहीं युक्ति से शासन चलाने में विश्वास करती थीं रानी सांसद संगीता यादव ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर ने न्याय, समाज सुधार और महिला सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक कार्य किए. उन्होंने कहा कि रानी ने अपने शासन में सख्त दहेज विरोधी कानून बनाए, बिना संतान वाली विधवाओं की संपत्ति राज्य द्वारा जब्त करने की नीति समाप्त की और महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिया. रानी अहिल्याबाई होलकर का जीवन सेवा और भक्ति को समर्पित था डॉ रविंद्र कुमार राय ने कहा कि रानी अहिल्याबाई होलकर शक्ति स्वरूपा मां थीं और भारत की नारी शक्ति का बेहतरीन उदाहरण थीं. उन्होंने कहा कि रानी ने नैतिक मूल्यों के आधार पर शासन चलाने का इतिहास रचा और भारत के सांस्कृतिक राष्ट्रवाद को मजबूत करने के लिए उनका जीवन और कार्य आज भी प्रेरणा का स्रोत है. इन्होंने भी रखे अपने विचार कार्यक्रम में प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, जन्म जयंती कार्यक्रम के प्रदेश संयोजक विकास प्रीतम, सह संयोजक आरती सिंह, विधायक नीरा यादव, पूर्णिमा दास साहू, मंजू कुमारी ने भी अपने विचार व्यक्त किए. कार्यक्रम का संचालन सह संयोजक लवली गुप्ता ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अर्चना सिंह ने किया इसे भी पढ़ें : झारखंड">https://lagatar.in/jharkhand-government-asked-for-6500-crore-rupees-due-from-the-center-wrote-a-letter-to-the-jal-shakti-minister/">झारखंड

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