नये कृषि कानूनों के विरोध में राष्ट्रपति से मिले राहुल गांधी, पीएम पर भड़ास निकाली, कहा, आरएसएस के भागवत को भी आतंकी करार दे सकते हैं मोदी

NewDelhi  : नये कृषि कानूनों  के विरोध में आज गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पौने दो करोड़ किसानों के हस्ताक्षर के साथ राष्ट्रपति भवन तक मार्च का ऐलान किया था, लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया. उनका मार्च आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में था. बता दें कि पुलिस ने कांग्रेस मुख्यालय के बाहर धारा 144 लगाते हुए केवल तीन कांग्रेस नेताओं को ही राष्ट्रपति से मुलाकात की मंजूरी दी. इसे भी पढ़े : किसान">https://lagatar.in/the-farmers-organization-is-not-ready-to-bow-down-the-decision-to-intensify-the-movement-said-if-the-government-presents-a-concrete-proposal-then-we-prepare-the-discussion/11933/">किसान

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राष्ट्रपति को कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा

खबरों के अनुसार सामूहिक मार्च से रोके जाने के बाद राहुल गांधी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद और अधीर रंजन के साथ राष्ट्रपति से मिले. उन्होंने राष्ट्रपति को कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा. बाद में राहुल ने केंद्र सरकार को निशाने पर लेते हुए कहा कि अगर संघ प्रमुख मोहन भागवत किसी दिन मोदी के खिलाफ खड़े हो गये, तो उन्हें भी आतंकवादी करार दिया जायेगा.  जान लें कि कांग्रेस का सुबह साढ़े 11 बजे राष्ट्रपति भवन तक मार्च का कार्यक्रम था, लेकिन पुलिस ने रंग में भंग कर दिया. इसे भी पढ़े : शेयर">https://lagatar.in/great-start-of-stock-market-sensex-300-points-strong-nifty-crosses-13700/12008/">शेयर

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पुलिस ने  प्रियंका गांधी  को हिरासत में लिया

पुलिस द्वारा इनकार करने पर   प्रियंका गांधी जबरन सड़क पर उतर कर  कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मार्च निकालने की कोशिश में लग गयी. लेकिन पुलिस ने उन्हें कार्यकर्ताओं सहित हिरासत में ले लिया और मंदिर मार्ग थाने ले गयी. हालांकि  आधे घंटे बाद प्रियंका को रिहा किया गया. दिल्ली पुलिस के एडिशनल डीसीपी दीपक यादव के अनुसार  कांग्रेस नेताओं को राष्ट्रपति भवन तक मार्च की इजाजत नहीं दी गयी है. एडिशनल डीसीपी ने कहा कि तीन  नेताओं को राष्ट्रपति से मिलने दिया जायेगा.

राष्ट्रपति से मिल  कर बोले राहुल

राहुल ने कहा कि हम तीन लोग राष्ट्रपति के पास  करोड़ों किसानों के हस्ताक्षर लेकर गये. कहा कि  हम किसानों की आवाज राष्ट्रपति तक ले गये हैं. सर्दी के मौसम में पूरा देश देख रहा है कि किसान दुख में है, दर्द में है और मर रहा है. कहा कि पीएम को सुनना पड़ेगा.  मैं अडवांस में बोल देता हूं. मैंने कोरोना पर बोला था कि नुकसान होने जा रहा है.  आज फिर बोल रहा हूं कि किसान और मजदूर के सामने कोई ताकत नहीं चलेगी.  इससे भाजपा आरएसएस का नहीं, देश को नुकसान होने जा रहा है. यह किसान विरोधी कानून है. कहा कि संसद का जॉइंट सेशन बुला कर कानून वापस लिया जाये. हम किसानों के साथ खड़े हैं.