सीटी बजाओ अभियान 2.0 : रांची के स्कूलों में बच्चों की बढ़ी उपस्थिति

  •  बच्चों को स्कूल लाने की अनोखी पहल
  • सीटी बजाओ अभियान से रांची के स्कूलों में लौटी रौनक और उत्साह
Ranchi :  रांची जिले में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने की दिशा में एक बड़ी पहल की गयी है. जिला प्रशासन और झारखंड सरकार के शिक्षा विभाग ने मिलकर “सीटी बजाओ अभियान 2.0” की शुरुआत की है. इसका मकसद स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति बढ़ाना, ड्रॉपआउट कम करना और शिक्षा की गुणवत्ता सुधारना है. सीटी बजाओ अभियान अब पूरे झारखंड में रोल मॉडल बनती जा रही है. https://lagatar.in/wp-content/uploads/2025/05/Untitled-10.jpg"

alt="" width="600" height="400" /> रांची  डीसी मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देश पर जिले में भी शिक्षा व्यवस्था में बड़े बदलाव लाये जा रहे हैं. इसी क्रम में “सीटी बजाओ अभियान 2.0” को और मजबूत किया गया है. इस अभियान के तहत स्कूल के हाउस कैप्टन और क्लास मॉनिटर सुबह गांवों और टोले में जाकर सीटी बजाते हैं और बाकी बच्चों को स्कूल आने के लिए बुलाते हैं. इससे बच्चों में स्कूल को लेकर उत्साह बढ़ रहा है और समय पर स्कूल आना शुरू कर दिया है.
अभियान के मुख्य काम : बच्चों की उपस्थिति बढ़ाना ड्रॉपआउट (स्कूल छोड़ने वाले बच्चों) की संख्या कम करना हर बच्चे का स्कूल में नाम लिखवाना अच्छी पढ़ाई और बोलने की कला को बढ़ावा देना अभिभावकों और समाज को शिक्षा से जोड़ना
 
कुछ खास पहलें: रांची स्पीक्स : बच्चे स्कूल में हिंदी, अंग्रेजी और स्थानीय भाषा बोलना सीख रहे हैं. बैक टू स्कूल : जो बच्चे स्कूल नहीं जा रहे हैं, उन्हें फिर से स्कूल लाया जा रहा है. IDEAL कार्यक्रम : छोटे बच्चों को खेल और गतिविधियों के ज़रिए पढ़ाया जा रहा है. 
 
आगे की योजना : स्कूलों में डिजिटल हाजिरी शुरू की जायेगी. शिक्षकों को नई तरीकों से पढ़ाने की ट्रेनिंग दी जायेगी. स्कूलों की सुविधाएं बेहतर की जायेंगी. अभियान की नियमित निगरानी होगी. 
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