- विधानसभा में दीपिका पांडेय सिंह ने की शिकायत
- 6 बार फोन करने पर भी डीसी ने न कॉल रिसीव की, न कॉल बैक किया- दीपिका
दूसरी पाली में भी गरमाया रहा चापाकल का मुद्दा
सदन में पेयजल और स्वच्छता विभाग के अनुदान मांग पर बहस के दौरान विधानसभा में आज फिर विधायकों को 5-5 चापाकल देने का मामला गरमाया रहा. विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि विधायकों के अनुसंशा पर चापाकल लग रहे हैं. जिन विधायकों के क्षेत्र में नहीं लगे हैं वहां जल्द लग जायेंगे. मंत्री ने कहा कि कोरोना काल में चुनौतियों के बीच हेमंत सरकार ने ढाई लाख घरों में नल का जल दिया. 58 लाख 95 हजार घरों को नल का जल उपलब्ध कराने की योजना है. इसे भी पढ़ें- शिवरात्रि">https://lagatar.in/on-shivratri-40-cctvs-90-policemen-and-six-magistrates-will-handle-law-and-order-in-the-hill-temple/36083/">शिवरात्रिपर पहाड़ी मंदिर में लगेंगे 40 सीसीटीवी, 90 पुलिसकर्मी और छह मजिस्ट्रेट संभालेंगे विधि-व्यवस्था उन्होंने कहा कि यूपीए सरकार की शुरू की गई कई योजनाएं रघुवर सरकार के समय बंद हो गई. गढ़वा और चाईबासा में बंद पड़ी जलापूर्ति योजना की मई महीने से शुरू करने की योजना है. मंत्री ने बताया कि पुनासी जलाशय योजना का 65 फीसदी से ज्यादा काम पूरा हो चुका है. इस योजना से न सिर्फ सिंचाई होगी बल्कि लोगों को शुद्ध पेयजल भी मिलेगा. उन्होंने झारखंड को पर्यटन हब के रूप में विकसित करने की भी बात कही.
सरकार निकम्मी, किस मुंह से मांग रही पैसा- मनीष जायसवाल
बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि विभाग किस मुंह से पैसे मांग रहा जब मंत्री कहते हैं कि चापाकल नहीं लगायेंगे. 2024 में नल से जल पहुंचाने की योजना अगले 10 साल में भी पूरी नहीं हो पाएगी, क्योंकि 11 फीसदी घरों तक ही जल पहुंचा है. उन्होंने कहा कि अपने विधानसभा क्षेत्र में 5 चापानल लगाने के लिए उन्होंने काफी पहले अनुशंसा भेज दी थी, लेकिन अबतक एक भी चापाकल नहीं लगा. विधायक ने कहा कि यह सरकार निकम्मी है. इसे भी पढ़ें- HC">https://lagatar.in/hc-directs-ranchi-tata-nh-to-speed-up-construction-sought-status-report/36068/">HCने रांची-टाटा NH निर्माण में तेजी लाने का दिया निर्देश, मांगी स्टेटस रिपोर्ट जब पिछली बजट की राशि में इतने कम कम पैसे खर्च किया तो फिर इन्हें इतनी राशि मांगने का कोई हक नहीं है. झारखंड में 18 साल बीजेपी का शासन रहने की बात करने वाले सत्ता पक्ष के लोग यह भी याद करें कि केंद्र में 55 साल किसकी सरकार रही. उन्होंने हजारीबाग के नर्सिंग स्थान, चतरा के इटखोरी और कोडरमा के ध्वजाधारी पहाड़ को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की मांग की.
क्या कहा विधायकों ने
विधायक सरफराज अहमद ने कहा कि उनके विधानसभा में तो चापाकल लग रहा है. दूसरे जगहों पर नहीं लग रहा तो विधायक अधिकारियों से संपर्क करें. बीजेपी विधायक नारायण दास ने कहा कि हेमंत सरकार पर्यटन नीति लागू नहीं कर पाई. विधायक राजेश कच्छप ने कहा कि रांची के जलस्त्रोतों की हालत बुरी है. हरमू नदी नाला बन गया. बड़ा तालाब का पानी पीने लायक नहीं रहा. स्वर्णरेखा नदी पवित्र नदी मानी जाती थी, आज वहां लोग नहीं सकते. इसके अलावा बंधु तिर्की, लंबोदर महतो और विनोद सिंह बजट पर बहस में हिस्सा लिया. इसे भी देखें-