2. मुखियाओं से संवाद: बैठक के दौरान पंचायत मुखियाओं से सीधे संवाद किया गया. उनसे पेयजल की स्थिति और चापाकलों की मरम्मती एवं नए चापाकलों की भौतिक स्थिति के बारे में जानकारी ली गई. उन्हें जल्द ही मरम्मत की सूची और सत्यापन रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया गया.3. सख्त निर्देश और निगरानी: डीसी ने सभी संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी हालत में पेयजल की समस्या उत्पन्न नहीं होनी चाहिए. उन्होंने सभी अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि चापाकल की मरम्मत समय पर हो और नए चापाकल स्थापित किए जाएं. जिला प्रशासन का प्रमुख उद्देश्य पेयजल सुविधाओं को सुदृढ़ करना और पंचायतों को अधिक प्रभावी बनाना है. गर्मी के मौसम में पानी की कोई कमी न हो, इसके लिए सभी अधिकारियों को लगातार निगरानी रखने और कार्यों को शीघ्रता से निष्पादित करने की आवश्यकता है. इसे भी पढ़ें – पश्चिम">https://lagatar.in/west-bengal-murshidabad-violence-suvendu-adhikari-said-situation-is-going-out-of-control-demanded-implementation-of-section-355/">पश्चिम
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