: 31 बेरोजगारों को मिली ऋण की स्वीकृति
प्रखंड विकास पदाधिकारी ने लिया संज्ञान
ग्रामीणों ने लगातार की टीम को बताया था कि सौर जल मीनार जब से बना है, तब से ही खराब पड़ा हुआ है. पानी की एक बूंद भी ग्रामीणों को नसीब नहीं हो रहा है. कांके प्रखंड के 32 पंचायत के 102 गांव का यही हाल है. 14वें वित्त आयोग के तहत लगभग 400 सौर जल मीनार का निर्माण कराया गया था जिसमें व्यापक गड़बड़ियां देखने को मिला. योजना के तहत सिर्फ सरकारी पैसों का बंदरबांट किया गया है. एक सौर जलमीनार 3.84 लाख 691 रुपये की लागत से बना है. इसके मेंटेनेंस के लिए 64 हजार 384 रुपये पास किया गया. गड़बड़ी को लेकर लगातार में खबर के प्रकाशित होने के बाद प्रखंड विकास पदाधिकारी ने संज्ञान लिया और मरम्मती का कार्य शुरू कर दिया.इचपीड़ी पंचायत में मरम्मती का कार्य शुरू
प्रखंड विकास पदाधिकारी शीलवंत भट्ट ने कहा कि पहले चरण में इचपीड़ी पंचायत में मरम्मती का कार्य शुरू किया गया है आगे पंचायत सेवक और कनीय अभियंता के द्वारा जांच किया जा रहा है. जिन पंचायतों में इस तरह की गड़बड़ियां सामने आएगी उसे दुरुस्त किया जाएगा ताकि ग्रामीणों को शुद्ध एवं स्वच्छ पेयजल उपलब्ध हो सके. इसे भी पढ़ें- जमशेदपुर:">https://lagatar.in/338410-2jamshedpur-case-of-illegal-sand-transportation-and-storage-in-parsudih/">जमशेदपुर:परसुडीह में अवैध बालू परिवहन व भंडारण करने का केस [wpse_comments_template]