रांची : अप्रैल से प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की होगी निगरानी, लापरवाह शिक्षक नपेंगे

  • अप्रैल में राज्यस्तरीय अनुश्रवण दल करेगी सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण
  • शिक्षकों-हेडमास्टरों के लिए बनाया जाएगा रेस्पॉसिब्लिटी रजिस्टर
Ranchi : राज्य के सरकारी स्कूलों की शिक्षा के स्तर में सुधार लाने के लिए प्रोजेक्ट इम्पैक्ट चलाया जा रहा है. झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की निगरानी के लिए राज्य स्तर पर डेडिकेटेड टीम बनाने का फैसला लिया है. यह टीम हर हफ्ते स्कूलों में प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की मॉनिटरिंग कर राज्य शिक्षा परियोजना निदेशक के साथ इस प्रोजेक्ट के आउटकम की जानकारी साझा करेगी. प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की जमीनी पड़ताल के लिए राज्यस्तरीय अनुश्रवण टीम सभी जिलों में जायेगी. इसमें लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों और हेडमास्टरों पर कार्रवाई भी की जायेगी. परियोजना निदेशक आदित्य रंजन ने बुधवार को बैठक कर प्रोजेक्ट इम्पैक्ट की समीक्षा की और इसके निगरानी को लेकर निर्देश दिया. वे खुद भी स्कूलों का निरीक्षण करने जाएंगे.

हर विषय पर अलग-अलग ट्रेनिंग नहीं होगी

पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए परियोजना निदेशक ने कहा कि हर बार अलग-अलग विषयों पर शिक्षकों, ट्रेनरों, वार्डन और हेडमास्टरों की ट्रेनिंग अलग-अलग नहीं होगी. इससे शैक्षणिक निरंतरता प्रभावित होती है और शैक्षणिक गतिविधियां भी समय पर पूरी नहीं हो पाती. कहा कि ऐसी प्रशिक्षण प्रणाली विकसित की जाए, जिसमें एक समय में सभी प्रभाग अपनी-अपनी ट्रेनिंग पूरी कर लें.

सबकी जिम्मेदारी होगी तय

आदित्य रंजन ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों और हेडमास्टरों की जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को रेस्पॉसिब्लिटी रजिस्टर तैयार करने का निर्देश दिया है. कहा कि स्कूलों में प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाल रहे प्रबंधकों, शिक्षकों, हेडमास्टरों से लेकर हाउस कप्तान और क्लास मॉनिटर तक की जिम्मेदारियां तय की जाएंगी. उन्होंने स्कूलों के हाउस कप्तानों और क्लास मॉनिटर के अंदर नेतृत्व क्षमता विकसित करने के लिए उन्हें लगातार प्रोत्साहित करने का निर्देश भी दिया. इसे भी पढ़ें : भाजपा">https://lagatar.in/bjp-sacrificed-5-of-its-leaders-for-imports-now-it-is-the-turn-of-the-sixth/">भाजपा

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