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शुद्धता का प्रतीक है ब्रह्म कमल फूल
उन्होंने कहा कि ब्रह्म कमल अत्यंत सुंदर, सुगंधित और दिव्य फूल है. इसे पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक माना जाता है. देवताओं का यह काफी प्रिय पुष्प है. इसके पीछे पौराणिक मान्यताएं जुड़ी हैं. कहा जाता है कि भगवान शिव ने गुस्से में गणेश जी का सिर काट दिया था. इसके बाद ब्रह्मा जी ने ब्रह्म कमल का सृजन कर गणेश जी का सिर हाथी के सिर के रूप में जोड़ा था. [caption id="attachment_92519" align="aligncenter" width="600"]alt="" width="600" height="400" /> ब्रह्म कमल फूल के साथ बच्चे[/caption] इसे भी पढ़ें- रांची">https://lagatar.in/minor-caught-roaming-at-ranchi-station-rpf-handed-over-to-family/92305/">रांची
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खांसी का इलाज होता है
इस फूल का औषधीय महत्व है. इससे निकलने वाले पानी को पीने से थकान मिट जाती है. इससे पुरानी खांसी का इलाज किया जाता है. कैंसर सहित कई खतरनाक बीमारियों का भी इलाज होता है. खास बात यह है कि यह फूल पानी में नहीं बल्कि जमीन में होता है. इस फूल के बारे में जानने के बाद लोग उनके घर देखने पहुंचने लगे. इसे भी पढ़ें- ">https://lagatar.in/suspicious-death-of-ranchi-resident-constable-in-dumka/92443/">रांची">https://lagatar.in/suspicious-death-of-ranchi-resident-constable-in-dumka/92443/">रांची
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