RBI की तीन दिवसीय MPC बैठक शुरू, 35 बेसिस पाइंट बढ़ सकता है रेपो रेट

LagatarDesk : आरबीआई की एमपीसी की तीनदिवसीय बैठक आज से शुरू हो गयी है. जो 5 अगस्त तक चलेगी. पहले यह बैठक 2 अगस्त से शुरू होने वाली थी. लेकिन कुछ कारणों के कारण इसे एक दिन बाद शुरू किया गया. बैठक के बाद आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास मॉनेटरी पॉलिसी की घोषणा करेंगे. बढ़ती महंगाई और नयी जियोपॉलिटीकल फैक्टर्स के बीच आरबीआई की यह बैठक अहम मानी जा रही है. (पढ़ें, विधानसभा">https://lagatar.in/monsoon-session-of-the-assembly-bjp-mlas-did-a-walkout-of-the-house-came-out-the-speaker-said-i-have-come-after-eating-a-blood-pressure-tablet-in-the-morning/">विधानसभा

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4.90 फीसदी से बढ़कर 5.25 फीसदी हो सकता है रेपो रेट

रिपोर्ट्स की मानें तो आरबीआई एक बार फिर ब्याज दरों में इजाफा कर सकता है. बोफा सिक्योरिटीज और ब्रोकरेज हाउस के अनुसार, रेपो रेट में 35 बेसिस पाइंट बढ़ सकता है. अगर ऐसा हुआ तो रेपो रेट 4.90 फीसदी से बढ़कर 5.25 फीसदी हो जायेगी. इसे भी पढ़ें : विधायक">https://lagatar.in/mla-cash-case-breaking-cid-raided-siddharth-majumdars-house-with-search-warrant-delhi-police-stopped/">विधायक

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सभी तरह के लोन हो जायेंगे महंगे

रेपो रेट बढ़ने से आम लोगों की जेब पर असर पड़ेगा. आरबीआई के इस फैसले से लोगों को होम लोन, कार लोन समेत अन्य लोन लेना महंगा हो जायेगा. लोगों को होम लोन, कार लोन समेत अन्य लोन लेना महंगा हो जायेगा. जिसके कारण लोगों को पहले की तुलना में ज्यादा ईएमआई देनी होगी. इसे भी पढ़ें : BIG">https://lagatar.in/big-breaking-cms-press-advisor-abhishek-prasad-arrives-at-ed-office/">BIG

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बढ़ती महंगाई को लेकर सख्त रुख अपनायेगा आरबीआई

बोफा सिक्योरिटीज और ब्रोकरेज हाउस के मुताबिक, बढ़ती महंगाई को लेकर रिजर्व बैंक सख्त रुख अपना रहा है. फिलहाल केंद्रीय बैंक का मुख्य लक्ष्य महंगाई दर को नियंत्रित करना है. इसलिए मॉनेटरी पॉलिसी बैठक में ब्याज दर बढ़ सकती है. बोफा ने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक यह फैसला ग्रोथ और अर्थव्यवस्था की स्थिति को देखकर लेगा. इसे भी पढ़ें : लाल">https://lagatar.in/tricolor-bike-rally-was-taken-out-from-red-fort-to-parliament-house-vice-president-flagged-off/">लाल

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दो महीने में आरबीआई ने रेपो रेट में 90 बीपीएस का किया इजाफा

गौरतलब है कि लगातार दो महीनों में रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 90 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की है. आरबीआई ने 4 मई को अचानक ब्याज दरों में बदलाव करने का ऐलान किया था. शक्तिकांत दास ने रेपो रेट को 4 फीसदी से बढ़ाकर 4.40 फीसदी कर दिया था. जिसके कारण लोगों पर महंगाई का बोझ बढ़ गया था. फिर जून में रेपो रेट में 50 बेसिस पाइंट का इजाफा किया गया. जिसके बाद रेपो रेट 4.40 फीसदी से बढ़कर 4.90 फीसदी हो गया था.] इसे भी पढ़ें : अक्टूबर">https://lagatar.in/5g-service-may-start-in-october-ambani-spent-88078-crores-in-spectrum-adani-spent-the-least-212-crores/">अक्टूबर

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अप्रैल में अपने उच्चतम शिखर को छू चुकी है महंगाई दर

ब्रोकरेज हाउस और बोफा सिक्योरिटीज की रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए खुदरा महंगाई का अनुमान 6.7 प्रतिशत और जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 7.2 प्रतिशत रहेगी. पिछले हफ्ते ही रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि महंगाई दर अप्रैल में हल्की गिरावट के साथ 7.04 प्रतिशत पर आयी है. यानी अभी भी यह तय मानक से ऊपर बनी हुई है. यह इस बात का संकेत हैं कि महंगाई अपना उच्चतम शिखर छू चुकी है. ऐसे में महंगाई को काबू में करने के लिए सख्त कदम उठाए जा सकते हैं. बोफा की रिपोर्ट में अनुमान जताया गया कि ग्रोथ और अर्थव्यवस्था की स्थिति के आधार पर दरों में बढ़ोतरी का फैसला लिया जा सकता है. इसे भी पढ़ें : मानसून">https://lagatar.in/monsoon-session-mlas-sitting-on-dharna-outside-the-house-accuse-the-government-of-islamizing-the-state/">मानसून

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क्या होती है रेपो दर?

रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है, जबकि रिवर्स रेपो रेट उस दर को कहते है जिस दर पर बैंकों को आरबीआई पैसा रखने पर ब्याज देती है. रेपो रेट के कम होने से लोन की ईएमआई घट जाती है, जबकि रेपो रेट में बढ़ोतरी से कर्ज महंगा हो जाता है. इसे भी पढ़ें : गुरुग्राम">https://lagatar.in/gurugram-4-laborers-killed-three-in-critical-condition-after-falling-from-17th-floor/">गुरुग्राम

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