फेसबुक पोस्ट पर सरकार की स्थानांतरण नीति पर सवाल उठाने के मामले में डीएसपी किशोर रजक पर कार्रवाई की अनुशंसा

Ranchi :  फेसबुक पोस्ट के माध्यम से सरकार की स्थानांतरण नीति पर सवाल उठाने के मामले में डीएसपी किशोर कुमार रजक के ऊपर कार्रवाई की अनुशंसा की गयी है. गौरतलब है कि डीएसपी किशोर कुमार रजक ने पिछले 20 फरवरी 2019 को सरकार की स्थानांतरण नीति पर सवाल उठाया था. पुलिस मुख्यालय ने गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव से कार्रवाई की अनुशंसा की है. इसे भी पढ़ें : यही">https://lagatar.in/this-is-the-real-face-of-nationalism-and-nationalists/18523/">यही

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थाना,ओपी या साइबर सेल में शिकायत दर्ज नहीं कराई

हालांकि, डीएसपी किशोर कुमार रजक ने विभागीय कार्रवाई के विरुद्ध अपने स्पष्टीकरण में बताया है कि इंटरनेट  मीडिया पर 20 फरवरी 2019 को की गयी स्थानांतरण संबंधित निर्णय के विरुद्ध उस टिप्पणी से उनका कोई सरोकार नहीं है. उनका कहना है कि या तो फेसबुक अकाउंट किसी अन्य के माध्यम से संचालित किया गया होगा या फिर कोई फर्जी खाता रहा होगा, जिसमें उनका कोई दोष नहीं है. हालांकि, स्पष्टीकरण में डीएसपी ने यह भी बताया है कि उन्होंने इस संबंध में किसी भी थाना,ओपी या साइबर सेल में शिकायत दर्ज नहीं कराई है. जवाब की समीक्षा के बाद पुलिस मुख्यालय ने यह पाया है कि अगर डीएसपी किशोर कुमार रजक का फेसबुक अकाउंट हैक हुआ तो उन्हें इस मामले में प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए थी, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया. इससे यह जाहिर होता है कि फेसबुक पर की गयी टिप्पणी डीएसपी ने स्वयं की है. इसे भी पढ़ें :   रांचीः">https://lagatar.in/tribal-land-grab-cooperative-societies-will-be-investigated/18463/">रांचीः

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 क्या लिखा था फेसबुक वॉल पर

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alt="" width="574" height="579" /> डीएसपी किशोर कुमार रजक ने 20 फरवरी 2019 को अपने फेसबुक वॉल पर लिखा कि झारखंड में जाति विशेष के लोगों की पोस्टिंग होती है, पैसे का खेल चलता है. हालांकि देर शाम उन्होंने फेसबुक पर डाला पोस्ट डिलिट कर दिया था.

जोश, ऊर्जा, ईमानदारी, मेहनत, मेरिट सब बकवास

डीएसपी किशोर रजक ने यह भी लिखा कि बचपन में वह जातीय भेदभाव का शिकार नहीं हुआ था. अब पढ़-लिखकर कुछ बना हूं, तो धीरे-धीरे अपनी सदियों से वंचित जाति के होने का एहसास कर रहा हूं. जोश, ऊर्जा, ईमानदारी, मेहनत, मेरिट यह सब बकवास लगने लगा है. यदि पैसा, पैरवी और किसी खास जाति का होना ही मेरिट है, तो इसे कहां से लाऊं. एसआइआरबी-02 खूंटी में एक माह पहले ही दो डीएसपी की पोस्टिंग हुई थी. उन लोगों का सोमवार को ट्रांसफर हो गया. एसआइआरबी में अभी मैं ही हूं. लिखा कि असम, छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान ड्यूटी के लिए भेजा जा चुका हूं. झारखंड के भी कई जिलों में ड्यूटी कर चुका हूं. अब कब और कहां ड्यूटी के लिए भेजा जायेगा, पता नहीं. बाकी मित्र की तरह स्थायी रूप से काम नहीं कर पा रहा हूं. मानसिक रूप से परेशान हूं. (जय हिंद ! जय भारत !).

 पत्नी से विवाद को लेकर पहले भी रहे हैं चर्चा में

पूर्व में डीएसपी किशोर रजक पत्नी के साथ मारपीट के आरोप को लेकर चर्चा में आये थे. उनकी पत्नी ने रामगढ़ महिला थाने में उन पर प्रताड़ित करने, मारपीट करने सहित कई गंभीर आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था. महिला आयोग की काउंसलिंग के बाद दोनों के विवाद का समाधान हुआ था. वर्तमान में दोनों साथ रह रहे हैं. इसे भी पढ़ें : रांचीः">https://lagatar.in/bilals-accused-in-the-ormanjhi-murder-case-presented-in-court/18498/">रांचीः

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