रिम्स के इंटर्न डॉक्टर्स को 3 महीने से नहीं मिला स्टाइपेंड, बढ़ी परेशानी

Ranchi : रिम्स से एमबीबीएस पास आउट 150 डॉक्टरों को पिछले 3 महीने से स्टाइपेंड राशि का भुगतान नहीं किया गया है. जानकारी के मुताबिक, सभी डॉक्टर 30 अगस्त से अपनी सेवा रिम्स में दे रहे हैं. लेकिन अब तक उन्हें स्टाइपेंड का भुगतान नहीं किया गया है. गौरतलब है कि एमबीबीएस पास करने के बाद छात्रों को 1 साल का इंटर्नशिप करना अनिवार्य होता है. इसके बदले इन्हें करीब 23 हजार प्रति माह स्टाइपेंड दिया जाता है. लेकिन सितंबर माह से इन डॉक्टरों को पैसा नहीं दिया गया है. इसे भी पढ़ें –पनामा">https://lagatar.in/panama-papers-leak-case-ed-summons-aishwarya-rai-summoned-to-delhi-for-questioning/">पनामा

पेपर्स लीक मामला :  ED ने ऐश्वर्या राय को भेजा समन, पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया

घर से पैसे मांग कर करना पड़ रहा है गुजारा, पढ़ाई हो रही है बाधित

कोरोना काल के दौरान जान जोखिम में डालकर काम करने वाले डॉक्टरों ने कहा कि हमें अपने मेहनत के पैसे के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. हालत ऐसी हो गई है कि अपनी जरूरतों के लिए भी अब घर से पैसे मांगने पड़ रहे हैं. डॉक्टरों ने बताया कि कोर्स से संबंधित किताबें बहुत महंगी होती है. स्टाइपेंड का भुगतान नहीं होने के कारण किताब खरीदने में दिक्कत हो रही है. जिससे आगे की पढ़ाई भी बाधित होती है.

आज शाम तक नहीं हुआ पैसे का भुगतान तो जा सकते हैं हड़ताल पर

रिम्स में मरीजों का इलाज करने में जूनियर डॉक्टरों का अहम योगदान होता है. स्टाइपेंड भुगतान नहीं होने से मनोबल पर असर पड़ता है. वहीं स्टाइपेंड भुगतान को लेकर रिम्स निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने इन्हें सोमवार शाम तक का वक्त दिया है. डॉक्टरों ने कहा कि आज शाम तक पैसे का भुगतान नहीं होता है तो हम सभी कठोर कदम उठाते हुए हड़ताल पर भी जा सकते हैं. इसे भी पढ़ें –दिल्ली">https://lagatar.in/cold-rises-in-delhi-mercury-reaches-3-point-2-degree-celsius-chance-of-drizzle/">दिल्ली

में बढ़ी ठंड, पारा 3.2 डिग्री सेल्सियस पहुंचा, बूंदा-बांदी की संभावना
[wpse_comments_template]