कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद केंद्र में मोदी सरकार बनी, तब नीतीश कुमार ने उन्हें बिना शर्त समर्थन दिया. रोजगार के मुद्दे पर नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा कि यदि उन्हें बिहार के नौजवानों और युवाओं की चिंता होती तो वे मोदी सरकार से युवाओं के लिए 20 लाख नौकरी मांग लेते. बता दें कि सचिन पायलट कन्हैया की पलायन रोको, नौकरी दो` यात्रा के समापन के पूर्व अपना समर्थन देने बिहार पहुंचे. उन्होंने कहा कि राज्य में 20 वर्षों से नीतीश कुमार की सरकार है, लेकिन इस सरकार को युवाओं और नौजवानों के भविष्य की कोई चिंता नहीं है. सचिन पायलट ने कहा बिहार के नौजवानों अव्यवस्था, गरीबी, लाचारी और अविश्वास के कारण पलायन कर रहे हैं. गांव-देहात में लोगों के मन में ये विश्वास नहीं है कि वे दो जून की रोटी कमा सकते हैं. उन्हें लगता है कि नौकरी के नाम पर छलावा मिलेगा और अधिकार के नाम पर लाठी मिलेगी. सचिन पायलट ने कहा, मजबूरन उन्हें पलायन करना पड़ता है. बिहार के लोग रोजगार के लिए पूरे देश में जाते हैं, छोटे-मोटे काम ढूंढते हैं. बिहार देश के सबसे युवा राज्यों में से एक है, ऐसे में यहां के युवाओं की प्रतिभा को संवारने के बजाय, उनसे मुंह मोड़ा जाता है. मैं NSUI के साथियों का धन्यवाद करना चाहूंगा, क्योंकि उन्होंने बिहार के युवाओं को जगाने का काम किया है. मुख्यमंत्री की जवाबदेही तय करने के लिए `पलायन रोको-नौकरी दो यात्रा` निकाली गयी और हमारे साथी कड़ी धूप में चले. हम बिहार के मुख्यमंत्री से मिलकर पूछना चाहते हैं कि क्या वे दिल्ली जाकर प्रधानमंत्री से कहेंगे कि बिहार के युवाओं को 20 लाख नौकरी दीजिए. सचिन पायलट ने कहा कि बिहार में हमारी सरकार बनने पर कांग्रेस की प्राथमिकता नौकरी और रोजगार होगा. सचिन पायलट ने विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर कहा, महागठबंधन मिलकर चुनाव लड़ेगा परंतु मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका निर्णय चुनाव जीतने के बाद होगा. उन्होंने तेजस्वी के दावा खारिज किया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस की प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत्र, कन्हैया कुमार सहित उदय भानू, वरुण चौधरी, बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार, विधायक दल के नेता शकील अहमद खान उपस्थित थे. इसे भी पढ़ें : राहुल">https://lagatar.in/rahul-gandhis-advice-to-pt-modi-divert-attention-from-billionaire-friends-provide-employment-to-marginalized-youth/">राहुलबिहार के नौजवानों को पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है, वे अव्यवस्था, गरीबी, लाचारी और अविश्वास के कारण पलायन कर रहे हैं। गांव-देहात में लोगों के मन में ये विश्वास नहीं है कि वे दो जून की रोटी कमा सकते हैं। उन्हें लगता है कि नौकरी के नाम पर छलावा मिलेगा और अधिकार के नाम पर लाठी… pic.twitter.com/xvYjBar9wt
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— Congress (@INCIndia) April">https://twitter.com/INCIndia/status/1910590821910667743?ref_src=twsrc%5Etfw">April
11, 2025
गांधी की पीएम मोदी को सलाह, अरबपति दोस्तों से ध्यान हटायें, हाशिए पर पड़े युवाओं को रोजगार दें