पहले दिन डीसी आफिस, एसपी आफिस, नगर थाना व खनन विभाग के दफ्तर में की जांच
Sahibganj : बहुचर्चित साहिबगंज के खनन घोटाला की हाई कोर्ट के आदेश पर जांच करने सीबीआई की टीम यहां पहुंच गई है. यहां पहुंचते ही केन्द्रीय जांच एजेंसी की यह सात सदस्यीय टीम 1000 करोड़ रुपये के अवैध खनन मामले की जांच में जुट गई है. सुबह में यहां पहुंचे सीबीआई के अधिकारियों ने दोपहर में भोजन के बाद अपना अभियान शुरु कर दिया. इस क्रम में अधिकारियों की एक टीम उपायुक्त के कार्यालय में जाकर जांच में जांच पड़ताल की. यहां से निकलकर यह टीम एसपी आफिस पहुंची और कुछ घंटे की जांच की. एसपी आफिस में जांच के बाद यह टीम नगर थाना पहुंचकर वहां भी दस्तावेजों की जांच की। इधर, सीबीआई की दूसरी टीम खनन विभाग के कार्यालय पहुंचकर जांच पड़ताल की. हांलाकि दोनों टीमें पहले दिन की जांच कर देरशाम परिषदन लौट गई.विजय हांसदा की याचिका पर हो रही जांच
[caption id="attachment_739283" align="aligncenter" width="272"]alt="" width="272" height="181" /> एसपी आफिस पहुंची सीबीआई की टीम[/caption] गौरतलब हो कि विजय हंसदा की याचिका पर सुनवाई के दौरान हाई कोर्ट ने सीबीआई को मामले की जांच का आदेश दिया है. इस मामले में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बरहेट विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा समेत चार आरोपी जेल में हैं. हाईकोर्ट ने सीबीआई को प्रारंभिक जांच कर रिपोर्ट कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया है.
कोर्ट में दायर हस्तक्षेप याचिका को बताया फर्जी
[caption id="attachment_739284" align="aligncenter" width="272"]alt="" width="272" height="181" /> नगर थाना पहुंची सीबीआई की टीम[/caption] बताते चलें कि विजय हांसदा की उस याचिका को अदालत ने 17 अगस्त 23 को स्वीकार कर लिया गया था, जिसमें उसकी ओर से याचिका वापस लेने की आग्रह किया गया था. हांलाकि इस संबंध में विजय हांसदा की ओर से कोर्ट में एक हस्तक्षेप याचिका दाखिल कर कहा गया था कि उनकी तरफ से इस संबंध में केस वापस लेने के लिए कोई याचिका नहीं की गई थी. उनका कहना है कि याचिका कहीं दूसरे जगह के लोग ने किया था, जबकि वह संथाल परगना साहिबगंज जिला का निवासी है. उनकी ओर से एसटी - एससी एक्ट के तहत निष्पक्ष व स्पष्ट जांच करने की मांग की गई थी, जिस पर उन्हें केस वापस करने के लिए धमकी मिल रही थी. सुनवाई के दौरान प्रार्थी ने अदालत को बताया था कि इस गड़बड़ी की जांच करने के लिए रजिस्टार जनरल सेक्शन प्राधिकार है. उनकी निगरानी में ही जांच होनी चाहिए. इसके बाद न्यायालय ने कहा कि मामला बहुत ही गंभीर है, मामले में सत्ता के लोग शामिल हैं. इसलिए इसकी जांच सीबीआई से होनी चाहिए. दूसरी ओर विजय हांसदा की शिकायत पर अवैध खनन की जांच ईडी भी कर रही है.
फर्जी मामले में जेल भेजने की शिकायत
अपनी शिकायत में विजय हांसदा ने बताया था कि उसके साहिबगंज जिला के गांव के पास नीलू पहाड़ पर अवैध खनन किया जा रहा था. इस अवैध खनन को रोकने का प्रयास करने पर उन्हें धमकी दी गई और फर्जी केस लगाकर जेल भेज दिया गया था. इसके बाद विजय हांसदा ने पंकज मिश्रा सहित अन्य के विरुद्ध एससी-एसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कराई थी. इसमें पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की थी. इस अवैध खनन के मामले में विजय हांसदा ईडी का गवाह बनाया गया है.कई नामचीन की फंस सकती है गर्दन
वहीं बताते चले कि सीबीआई की 7 सदस्यीय टीम रांची से भागलपुर वनांचल एक्सप्रेस ट्रेन से गुरुवार की सुबह साहिबगंज पंहुची. यह टीम परिषद में चार कमरा लेकर यहां अपना डाला डेरा डाल दी है. सीबीआई की टीम के साहिबगंज पंहुचने से शहर के कई नामचीन पत्थर व्यवसायियों व कुछ अधिकारियों की नींद उड़ गई है. बताया गया कि प्रारंभिक जांच के क्रम में सीबीआई के अधिकारी कई बड़े पत्थर व्यवसायियों के अलावा अधिकारियों से भी पूछताछ कर सकते हैं. यह">https://lagatar.in/wp-admin/post.php?post=738078&action=edit">यहभी पढ़ें: गोड्डा अपडेट : भाजपा के पूर्व विधायक के भाई के घर ईडी का छापा [wpse_comments_template]