Patna : राजद नेता और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने दावा किया कि बिहार में हुई पीएम की रैलियों पर जनता की गाढ़ी कमाई के 20,000 करोड़ खर्च किए गए हैं. तेजस्वी ने इसे जनता की जेब पर सीधा हमला" करार दिया. कहा कि जनता की पॉकेट मारने वाले को पॉकेटमार ही कहा जाता है, मददगार नहीं.
सरकारी खर्चे से यानि जनता की पॉकेट से प्रधानमंत्री की एक रैली का खर्चा- 𝟏𝟎𝟎 करोड़
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 21, 2025
विगत 𝟓 चुनावों में प्रधानमंत्री जी बिहार में 𝟐𝟎𝟎 से अधिक रैली एवं जनसभा कर चुके है। इसलिए जनता की जेब से निकला कुल खर्च:-
रैली/जनसभा- 𝟐𝟎𝟎
एक रैली पर खर्च- 𝟏𝟎𝟎 करोड़
खर्चा- 𝟐𝟎𝟎…
आयोजन का बहाना सरकारी, लेकिन प्रयोजन है चुनावी प्रचार
तेजस्वी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि सरकारी खर्च यानी जनता की पॉकेट से प्रधानमंत्री की एक रैली का खर्चा 100 करोड़. अब तक बिहार में की गई 200 रैलियों का कुल खर्च 20,000 करोड़. आयोजन का बहाना सरकारी, लेकिन प्रयोजन है चुनावी प्रचार. चालाकी से अपने प्रचार और चेहरा चमकाने के लिए जनता की जेब से हजारों करोड़ निकलवाने वालों को क्या कहेंगे? कहा कि जो जनता की पॉकेट मारते हैं, उन्हें ‘पॉकेटमार’ ही कहा जाता है, मददगार नहीं.
चुनावी प्रचार के नाम पर लूट का आरोप
तेजस्वी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सरकारी कार्यक्रमों की आड़ में सिर्फ विपक्ष को गाली देने और अपना प्रचार करने बिहार आते हैं. उन्होंने कहा कि जिन राज्यों को कुछ नहीं दिया जा रहा, वहां से इतना कुछ लेना नैतिक अपराध है. तेजस्वी ने यह भी कहा कि बिहार जैसे गरीब राज्य को न केंद्र सरकार से विशेष पैकेज मिला, न किसी योजना में वरीयता. फिर भी जनता के पैसे से चुनावी रैलियों का आयोजन हो रहा है. रैलियों के माध्यम से बिहार की जनता का 20 हजार करोड़ लुटाने वाले गुनहगार, ऊपर से ईमानदार बनने का नाटक कर रहे हैं.
BJP की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं
तेजस्वी यादव के इन आरोपों पर अभी तक भाजपा या केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है. तेजस्वी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब भाजपा और एनडीए बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों में जुटे हैं और लगातार बड़े स्तर पर रैलियों का आयोजन किया जा रहा है.