प्रदेश में भाजपा के पास कोई स्पष्ट नेतृत्व नहीं है
दूसरी तरफ पीके ने नीतीश को भी निशाने पर लिया. कहा कि सीएम नीतीश के साथ सरकार बनाकर बीजेपी खुद भी डूब रही है. प्रदेश में बीजेपी के पास कोई स्पष्ट नेतृत्व नहीं है. इसलिए मजबूरी में उन्हें 43 विधायकों के साथ नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाए रखा है. पीके ने नीतीश को सीएम बनाना बीजेपी की बड़ी रणनीतिक भूल करार दिया है. उन्होंने कहा कि इसका खामियाजा बीजेपी को बिहार विधानसभा 2025 में भुगतना पड़ेगा. पीके ने पीएम मोदी पर हमला करते हुए कहा कि अगर पिछले दस वर्षों में प्रधानमंत्री ने बिहार के विकास व उसकी समस्याओं को लेकर एक भी मीटिंग की होती तो वे अपना पूरा अभियान वापस लेकर हम एनडीए का समर्थन कर देते. बिहार ने जाति-धर्म सब भूलकर मोदी को जिताया, लेकिन मोदी को बिहार की चिंता नहीं है. वहीं इस पर भाजपा ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है. इसे भी पढ़ें - संभल">https://lagatar.in/sambhal-electricity-department-reached-sp-mp-ziaur-rahmans-house-checking-everything-from-meter-to-ac-fan/">संभल: सपा सांसद जियाउर्रहमान के घर पहुंचा बिजली विभाग, मीटर से लेकर एसी-पंखे तक की कर रहा जांच [wpse_comments_template]