केंद्र सरकार की नीतियों से आम लोगों को सबसे ज्यादा नुकसान
हड़ताल में ऑल इंडिया बैंक एंप्लॉयज एसोसिएशन (एआईबीईए), बैंक एंप्लॉयज फेडरेशन ऑफ इंडिया(बीईएफआई) और ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर्स एसोसिएशन (एआईबीओए) शामिल रहे. हड़ताल कर रहे बैंक कर्मियों ने कहा कि केंद्र सरकार के बैंकों के निजीकरण सहित अन्य मांगों के समर्थन में देशभर में उनका हड़ताल सफल रहा है. यूनियन नेता एस एन दास ने कहा कि आम जनता को केंद्र सरकार की नीतियों से सबसे ज्यादा नुकसान हो रहा है. इसे भी पढ़े : गुवा">https://lagatar.in/guwa-kovid-vaccine-given-to-students-of-15-to-18-years-in-middle-school/">गुवा: इसको मध्य विद्यालय में 15 से 18 साल तक के विद्यार्थियों को दिया गया कोविड टीका
बैंकों में ताला लटके रहने से कारोबार हुआ प्रभावित
हड़ताल के दौरान बोकारो के ज्यादातर बैंकों में ताले लटके रहे. दो दिवसीय हड़ताल के कारण बैंकिंग सेवाओं पर भी असर पड़ा है. इस दौरान करीब सवा करोड़ का व्यापार प्रभावित हुआ है. हालांकि ऑनलाइन बैंकिंग व्यवस्था चालू रहने से आम लोगों को लेन-देन में परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा. इसे भी पढ़े : तमाड़">https://lagatar.in/married-womans-body-found-hanging-from-the-noose-police-engaged-in-investigation/">तमाड़: फांसी के फंदे से झूलता मिला विवाहिता का शव, जांच में जुटी पुलिस [wpse_comments_template]