ऐसे हुआ मामले का खुलासा
इंजीनियर का नाम राजीव रंजन झा है, जिसने डीएमई का फर्जी कार्यालय आदेश जारी कर वर्षों से खड़ी छोटी लाइन का पुराना इंजन स्क्रैप माफियाओं के हाथ बेच दिया. मामला उजागर नहीं हो सके, इसके लिए डीजल शेड पोस्ट पर कार्यरत एक दारोगा को भी इंजीनियर ने इस काम में मिला लिया. वहीं इस मामले की जानकारी पूर्णिया कोर्ट स्टेशन पर काम कर रहे कर्मचारी और सहायक स्टेशन मास्टर ने आरपीएफ को दी. जिसके बाद जांच पड़ताल शुरू की गई और पूरे मामले का खुलासा हो गया.फरार चल रहा इंजीनियर, दारोगा सस्पेंड
मामला उजागर होने के बाद से फरार चल रहे इंजीनियर आरआर झा की गिरफ्तारी के लिए आरपीएफ की टीम लगातार छापेमारी कर रही है. उधर, डीआरएम आलोक अग्रवाल के आदेश पर इंजीनियर और हेल्पर के अलावा डीजल शेड पोस्ट पर तैनात दारोगा वीरेंद्र द्विवेदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है. बता दें कि पहले पूर्णिया रेलवे कोर्ट स्टेशन से गुजरने वाली छोटी लाइन पर वाष्प इंजन चलता था. कुछ वर्ष पूर्व स्टेशन का विकास हुआ और छोटी लाइन बड़ी लाइन में तब्दील हो गई. उसी वक्त से एक पुराना वाष्प इंजन रेलवे कोर्ट स्टेशन परिसर के पास रखा हुआ था. इसे भी पढ़ें – ">https://lagatar.in/aishwarya-reaches-ed-office-inquiry-continues/">ऐश्वर्या पहुंचीं ED दफ्तर, पूछताछ जारी [wpse_comments_template]