NewDelhi : अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने सोमवार को कहा कि लोगों का कोविड गाइडलाइन का पालन नहीं करने से हालात खराब हुए. साथ ही कहा कि सार्स-कोव-2 के उच्च संक्रामक स्वरूप का संक्रमण भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों का मुख्य कारण हो सकता है.
गुलेरिया ने लोगों को आगाह किया कि अगर हालात नहीं बदले तो संक्रमण की तेजी से बढ़ती दर देश की स्वास्थ्य व्यवस्था पर बड़ा दबाव डालेगी. उन्होंने प्रशासन और अधिकारियों से कोविड गाइडलाइन का पालन कराने की मांग की.
लोगों की लापरवाही पड़ रही भारी
एम्स निदेशक ने कहा कि फरवरी के करीब, जब मामले कम होना शुरू हुए तो लोग कोरोना को लेकर लापरवाह हो गए और उन्हें लगने लगा कि वायरस का प्रभाव अब नहीं है. साथ ही कहा कि लोग अब बीमारी को हल्के में ले रहे हैं. अगर आप बाहर जाएं तो आप देखेंगे कि बाजारों, रेस्तरां और शॉपिंग माल में भीड़ है और वे लोगों से भरे पड़े हैं. जो कोरोना को सुपर स्प्रेडर (तेजी से प्रसार फैलाने वाली) घटनाएं हैं.
उन्होंने कहा कि इससे पहले यदि एक बीमार अपने संपर्क में आए करीब 30 फीसदी लोगों को संक्रमित कर सकता था. लेकिन इस बार बीमार पड़ रहे लोग बड़ी संख्या में लोगों को संक्रमित कर रहे हैं.
गुलेरिया ने कहा कि इसलिए, संक्रमण के फैलने की दर तेज है. इसका कारण शायद, अत्यधिक संक्रामक और तेजी से फैलना है. भारत में सार्स-कोव-2 के विभिन्न स्वरूप फैल रहे हैं और विशेषज्ञों ने उन्हें तेजी से फैलाने वाला बताया है. जिनमें वायरस के ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका और ब्राजील के प्रकार शामिल हैं.
कठिन समय से गुजर रहे लोग - गुलेरिया
गुलेरिया ने बताया कि सभी लोग कठिन समय से गुजर रहे हैं. और ऐसे में जबतक जरूरी नहीं हो, तबतक लोगों को घरों से बाहर नहीं निकलना चाहिए. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि लोग जमा न हों और कोविड गाइडलाइन का पालन कड़ाई से पालन सुनिश्चित किया जाए.
एम्स निदेशक ने कहा कि यदि हमने अभी ध्यान नहीं दिया तो हम वह बढ़त गवां सकते हैं, जो हमने हासिल की है और हालात पूरी तरह से नियंत्रण के बाहर हो सकती है. उन्होंने लोगों से कोविड-19 रोधी टीका लगवाने का आग्रह किया.
गुलेरिया ने कहा कि टीका लोगों को संक्रमित होने से नहीं बचाएगा. लेकिन ये शरीर में इसके बढ़ने की रफ्तार को रोकेगा और संक्रमण को गंभीर रूप नहीं लेने देगा, जिससे मृत्यु दर कम होगी.
उन्होंने कहा कि इसी के साथ मास्क लगाना और अन्य उपायों का पालन करना समान्य तौर पर महत्वपूर्ण है.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के एक दिन में अब तक के सर्वाधिक 1,68,912, नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,35,27,717 हो गयी है.