alt="cnn" width="600" height="400" /> चेंज मेकर युवाओं ने बताया कि किस प्रकार उन्होंने अपने गांव में सामाजिक बदलाव की शुरुआत की. किसी ने स्कूल छोड़ चुके बच्चों को दोबारा शिक्षा से जोड़ा, तो किसी ने बाल विवाह रोकने में सफलता पाई. कुछ प्रतिभागियों ने पोस्टर प्रेजेंटेशन और नाट्य प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने अनुभवों को सजीव रूप में प्रस्तुत किया. कार्यक्रम में यह भी बताया गया कि ‘दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल योजना’ समेत अन्य सरकारी योजनाओं के माध्यम से इन युवाओं को विभिन्न कौशल प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं, ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने समाज में सकारात्मक परिवर्तन ला सकें. जेएसएलपीएस के वरिष्ठ अधिकारियों और यूनिसेफ के प्रतिनिधियों ने इन युवाओं के कार्यों की सराहना की. उन्होंने कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से किशोरों में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे समाज में अपनी अलग पहचान स्थापित कर पाते हैं. कार्यक्रम के समापन अवसर पर कई चेंज मेकर युवाओं को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित भी किया गया. इसे भी पढ़ें -शराब">https://lagatar.in/acb-took-action-to-avoid-cbi-investigation-in-liquor-scam-babulal-marandi/">शराब
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