कोर्ट में हुई CM हेमंत सोरेन की याचिका पर सुनवाई, कहा – पहले झारखंड हाईकोर्ट जाएं
जानिए, किस-किसने कितने पैसे झटके
स्टूडेंट फाइल प्रोसेसिंग नहीं होने के कारण परेशान था. उसकी रातों की नींद गायब हो गयी है. फाइल के बारे में सोचते-सोचते नींद ही नहीं आती. कुलपति डॉ अजीत कुमार सिन्हा को भेजे मैसेज में स्टूडेंट ने बताया है कि कहां-कहां किसे कितने पैसे दिया. बताया कि किसी प्रदीप नाम के सज्जन से पहला पाला पड़ा. उन्हें 500- 500- 500 रुपये तीन बार दिया. फिर पाला पड़ा किसी विजय वर्मा नाम के सज्जन से. उन्होंने 2000 रुपये लिया. इसके बाद अनमोल नाम के सज्जन प्रोसेसिंग के रास्ते में मिले. इन्होंने भी 1500 और 500 रुपये झटक लिए. कहा, चिंता न करियो, सब काम हो जाएगा. इसके बाद सुधीर नाम के सज्जन आए. उन्होंने भी 1500 व 500 झटक लिया. कहा, चिंता न कीजिए. सबकुछ बढि़या से हो जाएगा. इसके बाद करमवीर नाम के सज्जन भी रास्ते में मिल गए. इन्होंने भी बहती गंगा में हाथ धोने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. 500-500- 500 रुपये तीन बार झटक लिए. कहा.. काम हो जाएगा. लेकिन हुआ कुछ नहीं.पीएचडी की फाइल प्रोसेसिंग करा दें, कृपा होगी
स्टूडेंट का कहना है कि उसकी पीएचडी की फाइल जहां अटकी थी, अब भी वहीं अटकी है. प्रोसेसिंग हो ही नहीं रही है. यानी फाइल हिलडुल भी नहीं रही. कुलपति को भेजे संदेश में छात्र ने बताया कि विवि की हालत क्या है. उससे कहा जा रहा है कि अब कुछ और दिया जाए. कुल मिला कर 7000 रुपये तो दे दिया. मगर अब और मांगा जा रहा है. क्या करूं सर, मैं किडनी बेच कर पैसे दे दूंगा, लेकिन मेरी फाइल तो मत रोकिए हुजूर. पीएचडी की फाइल प्रोसेसिंग करा दीजिए, बड़ी कृपा होगी. इसे भी पढ़ें - रांची">https://lagatar.in/lawyer-of-ranchi-civil-court-lodged-fir-said-deadly-attack-took-place-in-the-court-premises/">रांचीसिविल कोर्ट के वकील ने दर्ज करवाई FIR, कहा – कोर्ट परिसर में हुआ जानलेवा हमला [wpse_comments_template]