नेता चुनाव के वक्त भरोसा दिलाकर जाते हैंः वसीम
मो. वसीम ने कहा कि नेता चुनाव के वक्त हम सबको भरोसा दिलाकर जाते हैं, लेकिन चुनाव जीतने के बाद गांव की समस्या को देखना तो दूर की बात, सुनते तक नहीं है. गांव में बिजली बहाल कराने की मांग को लेकर कई बार बोल चुके हैं. बस आश्वासन मिलता है. इस बार गांव में किसी भी नेता को घुसने नहीं देंगे. वहीं राकेश कुमार ने कहा कि गांव में दो साल से बिजली नहीं है. कुंदा पॉवर सबस्टेशन से कोलकोले पंचायत को जोड़ा गया, लेकिन मामूली रिपेयरिंग के अभाव में कोलकोले गांव के लोगों को बिजली नहीं मिल रही है. जब तक गांव में बिजली नहीं मिलेगी तब तक हमलोगों ने वोट का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है. वहीं सकीदा खातून ने कहा कि उम्र के अंतिम पड़ाव में जा पहुंचे हैं. इसके बावजूद गांव में बिजली की समस्या जस की तस बनी है. 30 वर्ष से वोट दे रहे हैं, लेकिन समस्या का निदान नहीं हुआ. नेता का वादा भी फेल हो चुका है. गांव में बिजली नहीं मिलने से बच्चे की पढ़ाई, सिंचाई समेत अन्य जरूरत के कार्य प्रभावित हो रहे हैं. जब तक बिजली नहीं मिलेगी वोट नहीं करेंगे और न पंचायत के लोगों को करने देंगे. इसे भी पढ़ें - रतन">https://lagatar.in/politics-industry-sports-and-bollywood-world-mourn-the-demise-of-ratan-tata-paid-tribute/">रतनटाटा के निधन पर राजनीति, उद्योग, खेल और बॉलीवुड जगत में शोक की लहर…दी श्रद्धांजलि [wpse_comments_template]