धनबाद के आमझर में कोविड संक्रमितों के शव जलने से ग्रामीण परेशान

शमशान घाट गांव से 500 मीटर दूर

Dhanbad: सिंदरी के बलियापुर प्रखंड स्थित आमझर पंचायत में जिला प्रशासन द्वारा पिछले साल ही कोविड संक्रमित मृतकों के संस्कार के लिए शमशान घाट का निर्माण किया गया था. तब पंचायत के लोगों ने काफी विरोध किया था. हंगामा होने पर जिला प्रशासन को लाठी चार्ज भी करना पड़ा था. ग्रामीणों पर सरकारी काम में बाधा डालने का मामला भी दर्ज किया गया था.

शमशान घाट के पास पीपीई किट पड़े रहते हैं

बताया जाता है कि शवों का अंतिम संस्कार किया जाने लगा. लेकिन शमशान घाट पर सुरक्षा के लिए कुछ नहीं किया गया. शमशान घाट के आसपास पीपीई किट और दस्ताने जहां-तहां पड़े रहते हैं. लगातार न्यूज के संवादाता ने जब शमशान घाट और आमझर पंचायत का दौरा किया तो गांव में काफी दहशत का माहौल दिखा.

प्रदूषण गांव तक पहुंचता है

ग्रामीणों का कहना है कि शमशान घाट में कोविड संक्रमित शवों को जलाने से प्रदूषण गांव तक पहुंचता है. शमशान घाट आमझर पंचायत से 500 मीटर की दूरी पर ही है. कहा कि शमशान घाट में घेराबंदी नहीं होने से जानवर शवों के बचे अवशेष को उठा कर गांव मे घर के आस-पास रख देते हैं. इससे ग्रामीण परेशान हैं. शमशान घाट पर तैनात मजिस्ट्रेट परमेश्वर यादव ने भी माना कि शवों को जलाने के बाद उसका प्रदूषण आसपास के इलाकों में फैलता है. लेकिन यह राज्यस्तर का मामला है. इसमें मैं कुछ नही कर सकता.