में शाम होते ही तेज हवाओं के साथ बारिश शुरू, ओले गिरे
बोरिंग पर रोक क्यों?
अब तक बोरिंग के जरिए पानी निकालकर आपूर्ति की जाती थी, लेकिन इससे भूजल स्तर लगातार नीचे जा रहा था. आसपास के इलाकों में लोगों की बोरिंग सूखने लगी, जिससे समस्या और बढ़ गई. इसे रोकने के लिए नगर निगम ने तय किया है कि अब सतही जल स्रोतों का अधिक इस्तेमाल किया जाएगा.1.6 करोड़ लीटर पानी बचाने में मिली सफलता
पिछले साल जल संरक्षण के तहत 1.6 करोड़ लीटर पानी बचाया गया था. इस बार भी जल संकट से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं. 220 इलाकों को ‘ड्राई ज़ोन’ घोषित किया गया है, जहां पानी की भारी किल्लत होने की संभावना है.जानें ड्राई ज़ोन में कौन-कौन से इलाके
अगर आप रांची में रहते हैं तो यह देख लें कि आपका इलाका इस लिस्ट में है या नहीं वार्ड 3, 4, 26, 27, 28, 32, 33, 37 इन इलाकों में पानी की मांग ज्यादा है और जल स्तर कम. इसलिए यहां विशेष जलापूर्ति योजना लागू की जा रही है.63 टैंकरों से होगी जलापूर्ति
नगर निगम के पास 63 पानी के टैंकर हैं, जिनमें से 57 पूरी तरह से काम कर रहे हैं. बाकी 6 की मरम्मत की गयी है.तेजी से भरे जाएंगे टैंकर, पानी की सप्लाई होगी तेज
जलापूर्ति में तेजी लाने के लिए 6 जगहों पर हाई-प्रेशर मोटर लगाए गए हैं. यहां टैंकर सिर्फ 5-10 मिनट में भर जाएंगे, जबकि बाकी जगहों पर इसमें करीब 1 घंटे का समय लगता है. ये 6 जगहें हैं- 1. आईटीबीपी कैंप (यूजीआर 1) 2. सिमलिया के पास (यूजीआर 2) 3. सिमर टोली सम्प 4. कांटाटोली सम्प 5. लटमा जलागार 6. कांके डैमअब आपकी बारी: पानी बचाएं, सहयोग करें
नगर निगम ने नागरिकों से अपील की है कि वे पानी की बर्बादी न करें और जल संरक्षण में मदद करें. जल संकट कोई छोटी समस्या नहीं है, यह हम सभी की जिम्मेदारी है. इसे भी पढ़ें -बजट">https://lagatar.in/budget-session-the-minister-digested-what-i-asked-him-but-i-will-not-let-him-digest-it-jusco-is-a-disabled-organisation-cp-singh/">बजटसत्रः मंत्री से मैंने जो पूछा उसको पचा गए, मैं पचने नहीं दूंगा, जुडको है अपंग संस्था – सीपी सिंह