वायु सेना को मिलेंगे 83 स्वदेशी फाइटर जेट तेजस, 48 हजार करोड़ की डील पर कैबिनेट की मुहर
पश्चिम बंगाल में ममता धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा
टीएमसी के वरिष्ठ सांसद सौगत रॉय ने कहा, अगर वाम मोर्चा और कांग्रेस वास्तव में भाजपा के खिलाफ है तो उन्हें भगवा दल की सांप्रदायिक एवं विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ लड़ाई में ममता बनर्जी का साथ देना चाहिए. उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ही भाजपा के खिलाफ धर्मनिरपेक्ष राजनीति का असली चेहरा हैं. इसे भी पढ़ें : किसानों">https://lagatar.in/farmers-celebrate-lohri-festival-by-burning-copies-of-agricultural-laws-appeal-for-preparation-of-republic-day-tractor-parade/17670/">किसानोंने कृषि कानूनों की प्रतियां जला कर लोहड़ी पर्व मनाया, गणतंत्र दिवस ट्रैक्टर परेड की तैयारी की अपील
अधीर रंजन ने कहा, ममता कांग्रेस में शामिल हो जाये
टीएमसी के प्रस्ताव पर राज्य कांग्रेस प्रमुख अधीर रंजन चौधरी ने प्रदेश में भाजपा के मजबूत होने के लिए सत्तारूढ़ दल को जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा, हमें टीएसी के साथ गठबंधन में कोई दिलचस्पी नहीं है. पिछले 10 सालों से हमारे विधायकों को खरीदने के बाद टीएमसी को अब गठबंधन में दिलचस्पी क्यों है. अगर ममता बनर्जी भाजपा के खिलाफ लड़ने की इच्छुक हैं तो उन्हें कांग्रेस में शामिल हो जाना चाहिए, क्योंकि वही सांप्रदायिकता के खिलाफ लड़ाई का एकमात्र देशव्यापी मंच है.बनर्जी ने कांग्रेस से अलग होकर 1998 में टीएमसी की स्थापना की थी
बनर्जी ने कांग्रेस से अलग होकर 1998 में टीएमसी की स्थापना की थी. सीपीएम के वरिष्ठ नेता सुजान चक्रवर्ती ने आश्चर्य जताया कि टीएमसी वाम मोर्चा और कांग्रेस को राज्य में नगण्य राजनीतिक बल करार देने के बाद उनके साथ गठबंधन के लिए बेकरार क्यों है. उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा भी वाम मोर्चा को लुभाने का प्रयास कर रही है. सुजान चक्रवर्ती ने कहा, यह दिखाता है कि वाम मोर्चा अभी भी महत्वपूर्ण है. वाम मोर्चा और कांग्रेस विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस और बीजेपी दोनों को हरायेंगे. इसे भी पढ़ें : टीएमसी">https://lagatar.in/tmc-appeals-to-congress-left-parties-join-mamata-against-bjps-divisive-politics/17656/">टीएमसीकी कांग्रेस-वाम दलों से गुहार, भाजपा की विभाजनकारी राजनीति के खिलाफ ममता का साथ दें