पहलवानों ने कहा, हम अपने मेडल गंगा में बहा देंगे, जीने का कोई मतलब नहीं, इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे

New Delhi : भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ धरना दे रहे पहलवानों ने कहा है कि वे अपने मेडल गंगा में बहा देंगे. उसके बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जायेंगे. जान लें कि धरना दे रहे पहलवानों को पुलिस ने जंतर-मंतर से जबरन हटा दिया है. पहलवान बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा है कि हम अपने मेडलों को गंगा में बहाने जा रहे हैं, क्योंकि वह गंगा मां हैं. जितना पवित्र हम गंगा को मानते हैं, उतनी ही पवित्रता से हमने मेहनत कर इन मेडलों को हासिल किया था. आज शाम 6 बजे हम हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित कर देंगे.                                                                                                                                                                    ">https://lagatar.in/category/desh-videsh/">

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मेडल हमारी जान हैं, हमारी आत्मा है

पहलवानों ने अपना दुख व्यक्त करते हुए कहा कि मेडल हमारी जान हैं, हमारी आत्मा है. गंगा में बहा देने के बाद हमारे जीने का कोई मतलब रह नहीं जायेगा. इसलिए हम इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठ जायेंगे. इंडिया गेट पर धरना देने की बात को लेकर कहा कि यह हमारे उन शहीदों की जगह है जिन्होंने देश के लिए अपनी देह त्याग दी. कहा कि हम उनके जितने पवित्र तो नहीं हैं लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेलते समय हमारी भावना भी उन सैनिकों जैसी ही थी.

पुलिस ने हम लोगों के साथ क्या व्यवहार किया? वह सबने देखा है.

पहलवानों ने कहा है कि 28 मई को पुलिस ने हम लोगों के साथ क्या व्यवहार किया? वह सबने देखा है. हमें कितनी बर्बरता से गिरफ्तार किया. हम शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे. हमारे आंदोलन की जगह को भी पुलिस ने तहस नहस कर हमसे छीन लिया और अगले दिन गंभीर मामलों में हमारे ऊपर ही FIR दर्ज कर दी गयी. पहलवानों ने पूछा कि क्या महिला पहलवानों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के लिए न्याय मांगकर कोई अपराध कर दिया है? आरोप लगाया कि पुलिस और प्रशासन तंत्र हमारे साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहा है. कहा कि आरोपी(बृजभूषण शरण सिंह) खुली सभाओं में हम पर फबतियां कस रहा है. टीवी पर महिला पहलवानों को असहज कर देनी वाली अपनी घटनाओं को कबूल करके उनको ठहाकों में तब्दील कर रहा है. पहलवानों ने कहा, अपवित्र तंत्र अपना काम कर रहा है और हम अपना काम कर रहे हैं. लोगों को सोचना होगा कि वह अपनी इन बेटियों के साथ खड़े हैं या इन बेटियों का उत्पीड़न करने वाले तंत्र के साथ. [wpse_comments_template]