क्या हम अपनी चारित्रिक श्रेष्ठता प्रमाणित करने को तैयार हैं

Anand Kumar द्वितीय विश्वयुद्ध का समय था. जर्मन बमवर्षक विमानों के खौफ के बीच लंदन में दूध के लिए लंबी कतार लगी थी. तभी दूध वितरण कर रहे व्यक्ति ने घोषणा की कि यह आखिरी बोतल है, बाकी लोग कल आयें. दूध की आखिरी बोतल जिस शख्स को मिलनी थी, उसके ठीक पीछे गोद में … Continue reading क्या हम अपनी चारित्रिक श्रेष्ठता प्रमाणित करने को तैयार हैं