साहब की तितली
हजारों बाग वाले शहर से साहब टरेनिंग में ही लाल मिट्टी वाले जिला में पहुंचे तो वहां भी वो खासमखास पहुंच गया और साहब की कृपा बरसने लगी. खैर वो साहब हैं. जहां रहें हजारों बाग वाले जिला में, लाल मिट्टी वाले जिला में, शिक्षा वाले विभाग में या काले पत्थर के कैपिटल में, अपनी छाप छोड़ने से बाज थोड़े ही आएंगे. साहब जो ठहरे.